Ranchi News: कारगिल विजय दिवस के मौक पर झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस और सीएम हेमंत सोरेन ने शुभकामनाएं दी. इसके साथ ही उन्होंने प्राणों की आहुति दे कर इस विजयगाथा को लिखने वाले जवानों को नमन भी किया. सीएम हेमंत सोरेन और राज्यपाल रमेश बैस ने ट्वीटर पर शुभकामनाएं देते हुए शहीद जवानों को नमन किया है.
सीएम हेमंत सोरेन ने अपने ट्वीट में देश की आन, बान और शान की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले सेना के वीर जांबाजों को कारगिल विजय दिवस के अवसर पर शत-शत नमन किया. इस अवसर पर उन्होंने देश के वीर सैनिकों, उनके परिवारजनों समेत समस्त देशवासियों को भी नमन किया.
देश की आन, बान और शान की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले सेना के वीर जांबाजों को #कारगिल_विजय_दिवस के अवसर पर शत-शत नमन।
इस अवसर पर देश के वीर सैनिकों, उनके परिवारजनों समेत समस्त देशवासियों को भी मैं नमन करता हूँ।— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) July 26, 2022
राज्यपाल रमेश बैस ने ट्वीट करते हुए लिखा है, भारतीय सेना के अदम्य साहस व शौर्य का प्रतीक ‘कारगिल विजय दिवस’ की हार्दिक शुभकामनाएं. देश की सीमाओं की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले मां भारती के अमर सपूतों को कोटि-कोटि नमन.
भारतीय सेना के अदम्य साहस व शौर्य का प्रतीक ‘कारगिल विजय दिवस’ की हार्दिक शुभकामनाएं।
देश की सीमाओं की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले माँ भारती के अमर सपूतों को कोटि-कोटि नमन।— Governor of Jharkhand (@jhar_governor) July 26, 2022
आज से 23 साल पहले कारगिल की पहाड़ियों पर भारत और पाकिस्तान (India Pakistan War) के बीच युद्ध छिड़ गया था. इस जंग की बात करें तो इसकी शुरुआत तब हुई थी, जब पाकिस्तानी सैनिकों ने कारगिल (Kargil) की ऊंची पहाड़ियों पर घुसपैठ कर लिया था और यहां अपना ठिकाना बना लिया था.कारगिल युद्ध की शुरुआत मई में हुई थी. इसके लिए भारतीय सेना ने उस वक्त ऑपरेशन विजय (Operation Vijay) चलाया था. 26 जुलाई 1999 को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इस युद्ध में भारत की जीत की घोषणा की थी. तब से हर साल 26 जुलाई को विजय दिवस के तौर पर मनाया जाता है.