पटना. जनता दल यूनाइटेड के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष रामचंद्र प्रसाद सिंह उर्फ आरसीपी सिंह ने अपने विरोधियों पर एक बार फिर हमला किया है. जहानाबाद में पत्रकारों से बात करते हुए आरसपीपी सिंह ने कहा कि उन्हें कोई हाशिए पर नहीं डाल सकता है. राजनीति में हाशिए पर डाल दिये जाने के सवाल पर आरसीपी सिंह ने सवालिया लहजे में कहा कि उनको कौन हाशिए पर डाल सकता है. आरसीपी ने कहा कि मैं देश की सबसे बड़ी सेवा में रह चुका हूं. जदयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष और केन्द्र में मंत्री भी रह चूका हूं. मैं क्या हाशिए पर रहूंगा.
जदयू के पूर्व जिलाध्यक्ष चंदेश्वर बिंद की मौत पर शोक जताने पहुंचे आरसीपी सिंह से मीडिया ने जब सवाल किया कि आपका गांव और नीतीश कुमार का गांव एक है, तो ऐसे में आपकी नाराजगी का असर जनाधार पर भी पड़ेगा क्या? आरसीपी ने इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि हमारा गांव जहां है, मैं वही पैदा लिया हूं, लेकिन माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का भी यह गांव है, लेकिन वे बख्तियारपुर में पैदा लिये हैं. इसलिए हमारे और उनमें फर्क है. मेरा जन्मभूमि और गांव दोनों एक ही जगह है. आरसीपी सिंह ने कहा कि मेरा तो नालंदा ही में घर है और हम यही पैदा भी लिये हैं. लेकिन नीतीश कुमार का पैतृक गांव कल्याण बिगहा है, लेकिन उनका जन्म भूमि बख्तियारपुर है.
आरसीपी सिंह ने कहा कि वो आजकल अपने गांव में हैं. पिछले 40 साल से वो देश की सेवा कर रहे थे. प्रशासनिक और विधायकी दोनों भूमिका में रहे. आरसीपी ने कहा कि 1982 में अपने गांव से निकला था, चालीस साल के बाद वापस अपने गांव में ही हूं. फिलहाल मैं अपने गांव पर ही हूं. इससे पूर्व जहानाबाद पहुंचने पर पार्टी के कार्यकर्ताओं और उनके समर्थकों ने ख़ास अंदाज़ में उनका स्वागत किया. समर्थकों ने जोर-जोर से नारे लगाना शुरू कर दिया. उन्होंने ‘बिहार का सीएम कैसा हो, आरसीपी सिंह जैसा हो’ के जमकर नारे लगाए.
दरअसल, आरसीपी सिंह के जहानाबाद पहुंचते ही पार्टी के कार्यकर्ताओं और उनके समर्थकों की भीड़ जुट गयी. आरसीपी सिंह ने खुद इसकी जानकारी दी है. उन्होंने अपने ट्वीटर हैंडल के माध्यम से लिखा है, जहानाबाद जाने के दौरान नालंदा ज़िले में विभिन्न जगहों पर अपने साथियों ,समर्थकों से मिलकर काफ़ी प्रसन्नता हुई और उनका आशीर्वाद प्राप्त हुआ.’ साथ ही आरसीपी सिंह ने कई तस्वीरें भी शेयर की है, जिसमें वे समर्थकों के बीच घिरे नज़र आ रहे हैं.