West Bengal SSC Scam|Arpita Mukherjee|पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (WBSSC) के जरिये हुई नियुक्तियों में कथित धांधली में गिरफ्तार राज्य के उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा की गयी पूछताछ में नये-नये खुलासे हुए हैं. ईडी ने अर्पिता को भी गिरफ्तार कर लिया है. कोर्ट ने आज उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी.
अर्पिता मुखर्जी के घर से बरामद हुए थे 21 करोड़ रुपये
अर्पिता वही हैं, जिनके आवास से दो दिन पहले 21 करोड़ 20 लाख रुपये बरामद हुए. अर्पिता के घर से 22 आइफोन, 79 लाख के बेशकीमती गहने के साथ विदेशी मुद्रा भी बरामद हुई थी. उसके घर से करोड़ों रुपये मिलने की खबर पाकर सिर्फ उसकी मां मिनती मुखर्जी ही नहीं, बल्कि परिवार के अन्य सदस्य भी बेहद हैरान हैं. बताया जा रहा है कि अर्पिता की मदद से उसके मौसेरे भाई मुकुल मुखर्जी को राज्य सचिवालय नबान्न में नौकरी मिली है. हालांकि, यह अभी जांच का विषय है.
Also Read: …और रो पड़ीं अर्पिता मुखर्जी, कहा- मेरा किसी राजनीतिक दल से वास्ता नहीं, मेरी मां का ख्याल रखना
डोमजूर के लखनपुर में थाना अर्पिता का आना-जाना
जानकारी के अनुसार, अर्पिता का डोमजूर के लखनपुर में आना-जाना था. यहां उसके मौसा-मौसी रहते हैं. मौसी सृति मुखर्जी ने बताया कि अर्पिता के घर से करोड़ों रुपये मिलने की खबर से वे लोग भी आश्चर्यचकित हैं. अर्पिता मुखर्जी ने कहा कि वह साल में दो-तीन बार छोटी बहन को लेकर उन लोगों से मिलने के लिए डोमजूर आती थी.
पार्थ चटर्जी को लेकर कभी डोमजूर नहीं गयी
अर्पिता ने कहा कि वह मंत्री पार्थ चटर्जी को लेकर डोमजूर कभी नहीं आयी. मौसी ने बताया कि वह अविवाहित है और फ्लैट में अकेले ही रहती थी. उन्होंने कहा कि अर्पिता के बारे में इतना ही मालूम है कि वह सीरियल और सिनेमा में बतौर अभिनेत्री काम करती है. वहीं, लखनपुर के लोगों ने बताया कि अर्पिता की पैरवी से उसके मौसेरे भाई मुुकुल को नबान्न में सरकारी नौकरी मिली है.
ठाट-बाट से रहती है अर्पिता
यह भी पता चला है कि उसने अपने कुछ दोस्तों को भी नौकरी दिलाने की बात कही थी. मालूम रहे कि ईडी के हाथों गिरफ्तार अर्पिता की जीवनशैली बहुत भव्य थी, लेकिन उसकी मां और मौसा-मौसी बेहद साधारण घर में गुजर-बसर करते हैं.