Weather Forecast: दिल्ली में आसमान में अगले 5 दिनों तक बादल छाए रहेंगे. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक अगले पांच दिनों तक बादल के साथ हल्की बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है. इससे पहले शनिवार को देश की राजधानी दिल्ली में बादल छाए रहे और कई इलाकों में हल्की बूंदाबांदी भी हुई. दिल्ली में अधिकतम तापमान 34.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
राजस्थान में जारी है बारिश का दौर: इधर, राजस्थान के कई इलाकों में भारी बारिश देखने को मिल रही है. राजधानी जयपुर में भी भारी बरसात हो रही है. बीते चौबीस घंटे में राज्य में सबसे ज्यादा बारिश कोटा के लाडपुरा में दर्ज की गई. यहां 13 सेंटीमीटर की जोरदार बारिश हुई. इसके अलावा सवाई माधोपुर, गंगानगर, नागौर, भरतपुर, दौसा, सीकर, बांसवाड़ा और अजमेर सहित अनेक जिलों में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश हुई.
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट: हिमाचल प्रदेश में भी भारी बारिश देखने को मिल रहा है. शनिवार को शिमला के कुछ हिस्सों में जोरदार बारिश हुई है. मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में राज्य में भारी बारिश की संभावना भी जताई है. मौसम विभाग ने यह भी कहा है कि कोहरे के कारण शिमला और आसपास के जगहों में दृश्यता कम हो सकती है.
Himachal Pradesh | Rain lashes parts of Shimla.
In the next 24 hours, heavy rainfall is expected in the state. Visibility may decrease in Shimla and nearby places due to fog: Bui Lal, Senior Scientist, IMD, Shimla pic.twitter.com/CcxhKONrEv
— ANI (@ANI) July 23, 2022
तेलंगाना में बारिश से 5 की मौत: तेलंगाना में आफत की बरसात हो रही है. भारी बारिश के कारण अलग-अलग इलाकों के पांच लोगों की मौत हो गयी है. वारंगल के पुलिस आयुक्त तरुण जोशी ने बताया कि शुक्रवार को भारी बारिश के कारण एक पुरानी इमारत गिर, जिसके नीचे दबकर दो लोगों की मौत हो गई. इधर चेगुंटा में भारी बारिश के कारण एक फैक्ट्री की दीवार गिर गई जिसमें दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गयी. भारी बारिश के कारण एक मोटरसाइकिल सवार की भी मौत हो गई.
असम में बाढ़ से उत्पन्न हालात में सुधार: असम में बाढ़ से उत्पन्न स्थिति में सुधार हुआ है, जबकि तीन जिलों में 10,000 से अधिक लोग अब भी प्रभावित हैं. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) द्वारा जारी बुलेटिन में कहा गया है कि कछार, मोरीगांव और तामूलपुर जिलों में बाढ़ से 10,000 से अधिक लोग प्रभावित हैं. कछार जिला सबसे अधिक प्रभावित है, जहां 6,600 से अधिक लोग अब भी बाढ़ की चपेट में हैं.
भाषा इनपुट के साथ