पटना पुलिस ने शनिवार को अवैध तरीके से ब्लड लेने और बेचने के गोरख धंधे का खुलासा किया है. खून का यह अवैध धंधा, मंदिरों में छोटे बच्चों को अपना शिकार बनाना और उनके गले से सोने का लॉकेट काटने वाला अपराधी कर रहा था. इस अपराधी के ठिकानों से पुलिस को फ्रिज से खून के 44 पैकेट बरामद हुए है. यह अपराधी ब्लड के हर एक पैकेट को ढ़ाई हजार रुपए में बेचा करता था.
दरअसल शुक्रवार को कोतवाली थाने की पुलिस ने दो अपराधी को गिरफ्तार किया था. बताया जा रहा है की पकड़ में आए अपराधी बच्चों के गले से लॉकेट काटकर भाग रहा था. इसी क्रम में स्थानीय लोगों ने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था. पकड़ में आया अपराधी संतोष भीड़भाड़ वाले इलाके में लाकेट काटने के मामले में काफी सक्रिय था. पुलिस को इस अपराधी के पास से बच्चों के गले से काटे गए सोने के 10 लॉकेट बरामद हुए. जिसके बाद पुलिस ने अपनी जांच आगे बढ़ाई.
प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस की पूछताछ में पकड़ में आये मूल रूप से जमुई के रहने वाले संतोष ने अपना पता पत्रकार नगर थाना क्षेत्र के हनुमान नगर का बताया. जिसके बाद कोतवाली पुलिस और पत्रकार नगर की पुलिस शनिवार को उसके बताये पते पर घर लॉकेट ढूंढने पहुंची. जहाँ का नजारा देख पुलिस भी दंग रह गई. संतोष के कमरे में रखे फ्रिज में एक दो नहीं बल्कि कुल 44 यूनिट ब्लड बरामद हुए हैं.
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छापेमारी करने गई पुलिस की टीम ने इस सम्बन्ध में वरीय पुलिस अधीक्षक को अवगत कराया है. जिसके बाद से आनन फानन में इस चोरी छिपे चल रहे खून के काले खेल की जांच की जा रही है. बहरहाल जिस तरह से चोरी के लॉकेट की तलाश में पुलिस को इस खून के सौदागरों का काला खेल देखने को मिला है. अब आगे की पूछताछ में इसके पीछे के कई चेहरे बेनकाब होने की संभावना है.