Data Privacy & Social Media: अब तक हम में से अधिकांश लोग यह जानते हैं कि सोशल मीडिया कंपनियां बड़ी मात्रा में हमारी जानकारी एकत्र करती हैं. ऐसा करके वे हमें विज्ञापनों से लक्षित कर सकते हैं और हमारा ध्यान आकर्षित कर सकते हैं. डेटा-गोपनीयता बहस में नवीनतम अध्याय युवा लोगों के बीच दुनिया के सबसे लोकप्रिय ऐप में से एक- टिकटॉक है. फिर भी वास्तविक रूप से ऐसा लगता है कि संभावित जोखिम वास्तव में कुछ ऐसे नहीं हैं, जिनकी युवा लोग परवाह करते हैं.
निष्पक्ष आकलन
कुछ लोगों का इस सप्ताह द प्रोजेक्ट द्वारा साक्षात्कार लिया गया था, जो उनके टिकटॉक डेटा को चीन द्वारा ऐक्सेस किये जाने के जोखिम के बारे में था. उन्होंने कहा कि ऐसा होने पर वह ऐप का उपयोग करना बंद नहीं करेंगे. एक व्यक्ति ने कहा, इस समय हर किसी की पहुंच हर चीज तक है. एक अन्य ने कहा कि उनके पास चीनी सरकार से छिपाने के लिए ज्यादा कुछ नहीं है. क्या ये निष्पक्ष आकलन हैं? या क्या ऑस्ट्रेलिया लोगों को वास्तव में एक और सोशल मीडिया कंपनी द्वारा अपना डेटा लेने के बारे में चिंतित होना चाहिए? टिकटॉक के साथ क्या हो रहा है?
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डेटा की सुरक्षा और गोपनीयता की प्राथमिकता
सोशल मीडिया के माध्यम से विदेशी हस्तक्षेप पर 2020 की ऑस्ट्रेलियाई संसदीय सुनवाई में, टिकटॉक प्रतिनिधियों ने जोर देकर कहा- टिकटॉक ऑस्ट्रेलिया डेटा अमेरिका और सिंगापुर में संग्रहित है, और इस डेटा की सुरक्षा और गोपनीयता हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है. लेकिन जैसा कि ऑस्ट्रेलियाई सामरिक नीति संस्थान (एएसपीआई) के विश्लेषक फर्गस रयान का कहना है कि यह जरूरी नहीं है कि डेटा कहां संग्रहित है, बल्कि यह ज्यादा महत्वपूर्ण है कि उस डेटा तक किसकी पहुंच है. 17 जून को, बजफीड ने टिकटॉक की 80 आंतरिक लीक बैठकों के आधार पर एक रिपोर्ट प्रकाशित की, जो चीन द्वारा अमेरिका टिकटॉक डेटा तक पहुंच की पुष्टि करती प्रतीत होती है.
चीनी सरकार को डेटा दिये जाने से किया इनकार
रिपोर्ट टिकटॉक की मूल कंपनी बाइटडांस, जो चीन में स्थित है, द्वारा डेटा ऐक्सेस के कई उदाहरणों को संदर्भित करती है. फिर जुलाई में, टिकटॉक ऑस्ट्रेलिया के सार्वजनिक नीति के निदेशक, ब्रेंट थॉमस ने साइबर सुरक्षा के लिए शैडो मंत्री, जेम्स पैटरसन को चीन के ऑस्ट्रेलियाई उपयोगकर्ता डेटा तक पहुंच के बारे में लिखा. थॉमस ने चीन द्वारा डेटा मांगने या चीनी सरकार को डेटा दिये जाने से इनकार किया- लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि ऐक्सेस डेटा तक पहुंचने की आवश्यकता पर आधारित है. इसलिए यह मानने का एक अच्छा कारण है कि ऑस्ट्रेलियाई उपयोगकर्ताओं के डेटा को चीन से ऐक्सेस किया जा सकता है. क्या टिकटॉक अन्य प्लैटफॉर्म से भी बुरा है?
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टिकटॉक की कॉर्पोरेट जड़ें सत्तावादी चीन तक फैली
टिकटॉक ऐप पर लोगों की गतिविधि से लेकर व्यक्तिगत जानकारी और व्यवहार संबंधी डेटा सहित व्यापक उपभोक्ता जानकारी एकत्र करता है. इस लिहाज से यह अन्य सोशल मीडिया कंपनियों से अलग नहीं है. उन सभी को हम पर विज्ञापनों को थोपने के लिए उपयोगकर्ता डेटा के महासागरों की आवश्यकता होती है, और सुंदर बिल्लियों और ट्रेंडी नृत्यों के चमकदार पहलू के पीछे डेटा एनालिटिक्स अपना काम कर रहे होते हैं. हालांकि, टिकटॉक की कॉर्पोरेट जड़ें सत्तावादी चीन तक फैली हुई हैं- न कि अमेरिका, जहां से हमारे अधिकांश अन्य सोशल मीडिया आते हैं. इसका असर टिकटॉक यूजर्स पर पड़ता है. चूंकि टिकटॉक बीजिंग की विदेश नीति के लक्ष्यों के अनुसार सामग्री को मॉडरेट करता है, इसलिए संभव है कि टिकटॉक ऑस्ट्रेलियाई उपयोगकर्ताओं पर सेंसरशिप लागू कर सकता है. इसका मतलब है कि उपयोगकर्ताओं की फीड को फिल्टर किया जाएगा, ताकि वे ऐसी किसी भी चीज को छोड़ दें जो चीनी सरकार के एजेंडे में फिट न हो, जैसे, उदाहरण के तौर पर ताइवान की संप्रभुता के लिए समर्थन.
स्थानीय कानूनों के कारण प्रतिबंधित हो सकते हैं हैशटैग
‘शैडोबैनिंग’ में, एक उपयोगकर्ता की पोस्ट उपयोगकर्ता को स्वयं प्रकाशित की गई प्रतीत होती है, लेकिन किसी और को दिखाई नहीं देती है. यह ध्यान देने योग्य है कि यह सेंसरशिप जोखिम काल्पनिक नहीं है। 2019 में, हांगकांग के विरोध के बारे में जानकारी न केवल चीन के टिकटॉक के घरेलू संस्करण डॉयिन पर, बल्कि टिकटॉक पर भी सेंसर की गई थी. फिर 2020 में, एएसपीआई ने पाया कि एलजीबीटीक्यू+ से संबंधित हैशटैग टिकटॉक पर कम से कम आठ भाषाओं में दबा दिये गए. एएसपीआई के शोध के जवाब में, टिकटॉक के प्रवक्ता ने कहा कि हैशटैग कंपनी की स्थानीयकरण रणनीति के हिस्से के रूप में और स्थानीय कानूनों के कारण प्रतिबंधित हो सकते हैं. चीन के भीतर, डॉयिन सख्त राष्ट्रीय सामग्री विनियमन का अनुपालन करता है. इसमें अन्य उदाहरणों के साथ धार्मिक आंदोलन फालुन गोंग और थ्येनऑनमन नरसंहार के बारे में जानकारी को सेंसर करना शामिल है.
किसी पोस्ट को दिये गए समय से हमारी रुचियों को मापते हैं सोशल मीडिया मंच
चीन में कानूनी माहौल चीनी इंटरनेट उत्पाद और सेवा प्रदाताओं को सरकारी अधिकारियों के साथ काम करने के लिए मजबूर करता है. यदि चीनी कंपनियां असहमत हैं, या अपने दायित्वों से अनजान हैं, तो उन्हें कानूनी और/या वित्तीय दंड के साथ दंडित किया जा सकता है और जबरन बंद किया जा सकता है. जब तक वैश्विक सेंसरशिप के मुद्दों को स्पष्ट रूप से संबोधित नहीं किया जाता है, तब तक व्यक्तिगत टिकटॉक उपयोगकर्ताओं को ऐप छोड़ने पर गंभीरता से विचार करना चाहिए. लेकिन मत भूलो, यह सिर्फ टिकटॉक नहीं है. फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मंच भी हमारे द्वारा कुछ पोस्ट को देखने में बिताये गए सेकेंड के हिसाब से हमारी रुचियों को मापते हैं. वे उन व्यवहार संबंधी डेटा को हमारी व्यक्तिगत जानकारी के साथ एकत्रित करते हैं ताकि हम विज्ञापनों को यथासंभव लंबे समय तक देखते रहें.