जन अधिकारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ पप्पू यादव महंगाई और जीएसटी को लेकर एक बार फिर से सरकार पर जमकर बरसे हैं. उन्होंने कहा कि देश में जीएसटी और इससे उपजी महंगाई ही सिर्फ एक मुद्दा नहीं है. बल्कि डॉलर के मुकाबले गिरते रुपए के साथ देश-विदेश में गिरती हमारी साख भी एक अहम मुद्दा है. हमारा देश अगर नाइजीरिया से भी गरीब होता जा रहा है तो सत्ता में बैठे लोगों को इसका जवाब ढूंढना चाहिए.
जाप प्रमुख पप्पू यादव पटना के गर्दनीबाग में एक दिवसीय महा धरना में कार्यकर्ताओं को सम्बोधित कर रहे थे. पप्पु यादव ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज देश की हालत ये है कि यहां निर्यात 18 प्रतिशत है जबकि आयात 80 प्रतिशत को पार कर चुका है. ऐसे हालात में देश कैसे चल पाएगा. हम हिन्दुस्तानी 93 प्रतिशत कर्ज से लद चुके हैं. क्या ऐसी स्थिति में अब आम आदमी आत्महत्या करने के लिए मजबूर नहीं होगा?
पप्पू यादव ने कहा आज स्थिति ये है कि देश में सिर्फ डेढ़ प्रतिशत लोगों के पास सारी सुविधाएं उपलब्ध हैं. इस सरकार ने शिक्षा और स्वाथ्य जैसी आधारभूत जरूरतों पर भी टैक्स लगा दिया है. आटा-चावल जैसे खाद्य पदार्थों पर जीएसटी लगाकर इसे महंगा कर दिया गया है. मैदा पर टैक्स नहीं लगाया क्योंकि मैदा गरीबों के घर नहीं पिसाता है. आज सरकार ने ऐसी स्थिति खड़ी कर दी है कि जिसके जेब में रुपया नहीं हो वह जिंदा लाश के समान है. उसे इस देश में जीने का कोई अधिकार नहीं है.
Also Read: डायल 112 पर फेक कॉल से पुलिस परेशान, कोई रिचार्ज करने को बोलता तो कई करता है गंदी बात
पप्पू यादव ने कहा की आदिवासी को राष्ट्रपति बनाकर सीना चौड़ा करने वाले मोदी जी को देश की जनता को जवाब देना चाहिए कि कितने मंत्रालय के सचिव आदिवासी हैं. देश के कितने सीएम और जज आदिवासी हैं. जाप के पटना जिला अध्यक्ष सचिदानन्द यादव के नेतृत्व में आयोजित इस धरना में सैकड़ों लोग हुए शामिल.