पटना. पीएफआई से जुड़े संदिग्ध व झारखंड से रिटायर्ड दारोगा मो जलालुद्दीन व लखनऊ से गिरफ्तार वकील नुरुद्दीन जंगी को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी. शुक्रवार को एसीजेएम अरविंद कुमार सिंह ने 48 घंटे के पुलिस रिमांड पर लेने की अनुमति दे दी. रिमांड की अवधि शनिवार की दोपहर तीन बजे से शुरू होगी.
देश में हिंसा फैलाने की साजिश के मामले में फुलवारीशरीफ से पीएफआइ व एसडीपीआई से जुड़े 23 संदिग्धों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की अलग-अलग टीमें पटना समेत बिहार के 10 जिलों में छापेमारी कर रही हैं. शुक्रवार को भी एसआइटी ने पटना के एग्जीबिशन रोड, फुलवारीशरीफ समेत नालंदा, सारण, दरभंगा, मधुबनी, पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर आदि जिलों में कई ठिकानों पर छापेमारी की. एटीएस भी फुलवारीशरीफ में डटी थी.
मामले की जांच में जुटी एसआइटी के एक अफसर को पाकिस्तानी खुफिया संगठन आइएसआइ ने फोन कर हनी ट्रैप करने की कोशिश वाली खबर को एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने गलत ठहराया है. उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह प्लान की गयी खबर है. दरअसल, दो निजी न्यूज चैनलों द्वारा चलायी गयी इस खबर के बाद जब वरीय अधिकारियों ने जांच की, तो ऐसी कोई बात सामने नहीं आयी. पिछले कुछ दिनों से यह अफवाह फैलायी जा रही थी कि पाकिस्तान के आईएसआई के एक सदस्य ने फोन किया था और ताहिर को छुड़वाने के लिए हनी ट्रैप में एसआइटी के अधिकारी को फंसाने की साजिश की थी.
सूत्रों की मानें, तो गजवा-ए-हिंद के जरिये देश में आतंक फैलाने की मुहिम चलाने के आरोप में पकड़े गये संदिग्ध के तार पाकिस्तान के फैजान से जुड़ते नजर आ रहे हैं. उसके कब्जे से बरामद मोबाइल में पाकिस्तान के फैजान समेत कई संदिग्ध नंबर मिले हैं. ये सभी नंबर अभी भी एक्टिव है.
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फुलवारीशरीफ में पीएफआई, एसडीपीआइ मामले में तीन व गजवा ए हिंद एवम पाकिस्तान के आतंकी संगठन तहरीक ए लब्बैक से जुड़े मामलों में गिरफ्तार एक व्यक्ति की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं. अब इन मामलों की जांच NIA करेगी. एनआइए को जांच का जिम्मा मिलने के बाद फुलवारीशरीफ में हलचल तेज हो गयी है. माना जा रहा है कि इस मामले की जांच का दायरा बढ़ेगा. गिरफ्तार अतहर परवेज, अरमान मलिक एवं सेवानिवृत दारोगा जलालुद्दीन से पुलिस कई दौर की पूछताछ कर चुकी है. इसमें सबसे अहम मुनीर कॉलोनी में रहने वाला दानिश मरगूब है, जो पाकिस्तान से संचालित एक वाट्सएप ग्रुप का एडमिन रहा है. इस ग्रुप के सदस्यों का पता लगाना अब भी बाकी है.
संदिग्धों की गिरफ्तारी के लिए एसआइटी प्रयास कर रही है. जल्दगिरफ्तारी नहीं होने पर वारंट के लिए कोर्ट में आवेदन दिया जायेगा. संदिग्धों के ठिकानों पर इश्तेहार चस्पा कर कुर्की जब्ती की भी कार्रवाई होगी. – मानवजीत सिंह ढिल्लो, एसएसपी, पटना