एयर इंडिया की दुबई-कोच्चि फ्लाइट को गुरुवार को मुंबई भेज दिया गया, क्योंकि पायलट-इन-कमांड ने केबिन प्रेशर में कमी की सूचना दी थी. इस विमान में 180 यात्री सवार थे. विमानन नियामक डीजीसीए के अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान को रोक दिया है और इस उड़ान के चालक दल को बदल दिया है. उन्होंने बताया कि डीजीसीए ने घटना की जांच भी शुरू कर दी है.
180 passengers of Dubai-Cochin Air India flight diverted to Mumbai land in Kochi on alternate flight
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— ANI Digital (@ani_digital) July 22, 2022
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने इस मामले में जांच के आदेश दिए है. डीजीसीए के एक अधिकारी ने बताया क कि डीएएस डब्ल्यूआर के दो वरिष्ठ अधिकारियों को प्रारंभिक जांच करने का काम सौंपा गया है. उन्होंने बताया कि जब दुबई से कोच्चि जाने वाली एयर इंडिया की एक फ्लाइट को केबिन प्रेशर कम होने के कारण मुंबई डायवर्ट किया गया था, जिसके बाद एक वैकल्पिक विमान की व्यवस्था की गई थी.
इससे पहले दिल्ली गुवाहाटी की गो-एयर उड़ान की विंडशील्ड खराब मौसम के कारण हवा के बीच में टूट गई थी, जिसके बाद विमान को जयपुर डायवर्ट किया गया था और सुरक्षित लैंड कराया गया था. इस महीने की शुरुआत में, डीजीसीए ने कहा कि ऐसी 30 घटनाएं रोजाना होती हैं, लेकिन इन घटनाओं का शायद ही कोई सुरक्षा प्रभाव पड़ता है. अधिकारी ने बताया कि औसतन लगभग 30 घटनाएं होती हैं, जिनमें गो-अराउंड, मिस्ड अप्रोच, डायवर्सन, मेडिकल इमरजेंसी, मौसम, तकनीकी और बर्ड हिट शामिल हैं.
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बताते चले कि नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भारतीय एयरलाइन कंपनियों के प्रमुखों के साथ सोमवार को बैठकें की थी और उनसे सुरक्षा निगरानी बढ़ाने को कहा था. बीते एक महीने में विभिन्न एयरलाइंस के विमानों में तकनीकी गड़बड़ी की कई घटनाएं हुई हैं. सूत्रों के मुताबिक, सिंधिया ने एयरलाइन कंपनियों से कहा कि सुरक्षा निगरानी बढ़ाने के लिए वे हर जरूरी कदम उठाएं. सिंधिया ने मंत्रालय और नियामक नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ रविवार को सुरक्षा मुद्दों पर बैठक की थी. इसमें उन्होंने अधिकारियों से बीते एक महीने की घटनाओं के बारे में विस्तृत रिपेार्ट मांगी और कहा कि यात्रियों की सुरक्षा को लेकर किसी तरह का समझौता नहीं किया जाना चाहिए.