वरिष्ठ नेता दिनेश गुणवर्धने (Dinesh Gunawardene) को आज श्रीलंका का नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया. श्रीलंका के नए राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने शुक्रवार को अपने मंत्रिमंडल को शपथ दिलाई. गुणवर्धने को अप्रैल में, पूर्व राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के कार्यकाल के दौरान गृह मंत्री बनाया गया था. वह विदेश मंत्री और शिक्षा मंत्री के तौर पर भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं.
विक्रमसिंघे के राष्ट्रपति बनने के बाद प्रधानमंत्री पद खाली हो गया था. छह बार प्रधानमंत्री रह चुके विक्रमसिंघे ने बीते दिनों देश के आठवें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ग्रहण की थी. उन्होंने देश के सामने आ रहे अभूतपूर्व आर्थिक संकट को दूर करने के लिए सभी दलों से मिलकर काम करने का आह्वान किया.
श्रीलंका में संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष अधिकारी ने देश में सभी पक्षकारों से मौजूदा आर्थिक संकट और लोगों की शिकायतों का हल करने के लिए व्यापक और समावेशी रूप से विचार-विमर्श करने का आह्वान किया है. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस के उप प्रवक्ता फरहान हक ने गुरुवार को यहां दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि श्रीलंका में संयुक्त राष्ट्र की रेजीडेंट कोऑर्डिनेटर हैना सिंगर हामदी ने ”नए राष्ट्रपति को सत्ता का संवैधानिक रूप से हस्तांतरण करने को मान्यता दी” है.
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विक्रमसिंघे की जीत से एक बार फिर स्थिति बिगड़ सकती है, क्योंकि सरकार विरोधी कई प्रदर्शनकारी उन्हें पूर्ववर्ती राजपक्षे सरकार का करीबी मानते हैं. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ अहम बातचीत का नेतृत्व कर रहे विक्रमसिंघे ने पिछले सप्ताह कहा था कि बातचीत निष्कर्ष के करीब है. श्रीलंका को अपनी 2.2 करोड़ की आबादी की मूल आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अगले महीनों में करीब पांच अरब डॉलर की आवश्यकता है. विक्रमसिंघे अब गोटबाया राजपक्षे के बाकी बचे कार्यकाल तक राष्ट्रपति पद पर बने रहेंगे, जो नवंबर 2024 में खत्म होगा. (भाषा)