पटना के फुलवारीशरीफ को आतंक का केंद्र बताकर उसे बदनाम किया जा रहा है. मुस्लिम समुदाय को प्रताड़ित करने, गिरफ्तार संदिग्धों के आतंकी कनेक्शन के ठोस सबूत देने के मामले को बढ़ा कर पेश करने आदि मांगों पर गुरुवार को फुलवारीशरीफ में भाकपा-माले, एआईपीएफ व इंसाफ मंच की ओर से मार्च निकाला गया. फुलवारी के ईसोपुर पुल से नागरिक प्रतिवाद मार्च शहीद भगत सिंह चौक तक निकाला गया. विधायक संदीप सौरभ ने कहा कि पुलिस जान बूझ कर फुलवारी को बदनाम कर रही है.
विधायक गोपाल रविदास ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा व आरएसएस के इसारे पर फुलवारी को आतंकवाद के नाम पर बदनाम किया जा रहा है. जब भाकपा माले की जांच टीम हाल ही में पकड़े गए पीड़ित परिवार व स्थानीय लोगों से बातचीत की. एएसपी मनीष कुमार सिन्हा से भी मुलाकात कर सच्चाई जानने का प्रयास किया. लेकिन, कोई ठोस साक्ष्य देश विरोधी गतिविधियों के बारे में कुछ नहीं मिला. वहीं, एडिशनल एसपी ने कहा कि अभी जांच चल रही है. विधायक रविदास ने संबोधन में कहा कि यदि किसी की गतिविधियां आंतकवाद अथवा देशविरोधी है तो इसका सबूत हमे भी बताया जाए ताकि प्रशासन को मदद की जा सके.
Also Read: पटना में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किया ED कार्यालय का घेराव, विरोध मार्च के दौरान हिरसत में सैकड़ों लोग
अब तक वह किसी भी आरोपित के खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं दे सकी है, लेकिन माहौल ऐसा बनाया जा रहा है, मानो फुलवारी आतंक का गढ़ हो. प्रशासन से गिरफ्तार पांच आरोपितों के बारे में जनता के सामने सबूत पेश करें, ताकि भ्रम की स्थिति खत्म हो. किसी भी निर्दोष को गिरफ्तार न किया जाये. यह पार्टी की मांग है कि गिरफ्तार लोगों का सबूत सबके सामने उजागर किया जाए. मौके पर गोपाल रविदास, आफसा जबीं, योगेंद्र यादव सहित एआइपीएफ के गालिब, इंसाफ मंच की आफसा जबीं, स्थानीय नेता योगेंद्र यादव, विधायक गोपाल रविदास सहित अन्य लोग मौजूद थे.