श्रीलंका में चल रहे आर्थिक संकट पर अमेरिकी खुफिया एजेंसी (सीआईए) के प्रमुख बिल बर्न्स ने बुधवार को आर्थिक संकट के लिए श्रीलंका के बेवकूफ दांव को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि इसे अन्य देशों के लिए चेतावनी के रूप में काम करना चाहिए. बर्न्स ने एस्पेन सिक्योरिटी फोरम में कहा, चीन के पास फेंकने के लिए बहुत अधिक वजन है और वे अपने निवेश के लिए एक बहुत ही आकर्षक मामला बना सकते हैं.
US Central Intelligence Agency (CIA) chief says Sri Lanka made 'dumb bets' on heavy China investment, reported AFP#SriLankaCrisis
— ANI (@ANI) July 21, 2022
समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, बर्न्स ने कहा कि मुझे लगता है कि, न केवल मध्य पूर्व या दक्षिण एशिया में, बल्कि दुनिया भर में कई देशों के लिये एक सबक होना चाहिए. इस प्रकार के सौदों के बारे में आंखे खुली कर सोचने की जरूरत है. उन्होंने आगे कहा, चीन ने श्रीलंका में भारी निवेश किया है. रणनीतिक रूप से हिंद महासागर में भारत को बीजिंग के प्रतिद्वंद्वी के रूप में देखा जाता है.
बर्न्स ने एस्पेन सिक्योरिटी फोरम में कहा, चीन ने पूर्व राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के साथ काम किया है. वहीं, श्रीलंका में भोजन और ईंधन की आपूर्ति लगभग समाप्त हो गई है. राजपक्षे देश छोड़कर भाग गए और गंभीर परिस्थियों को लेकर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों का सामना करने के लिए पिछले इस्तीफा दे दिया है.
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उन्होंने कहा, श्रीलंका ने बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए चीन से भारी उधार लिया है, जिनमें से कुछ सफेद हाथियों के रूप में समाप्त हो गए. 2017 में, श्रीलंका के दक्षिण में एक बंदरगाह निर्माण के लिए $1.4 बिलियन का ऋण चुकाने में असमर्थ था और 99 वर्षों के लिए एक चीनी कंपनी को यह सुविधा पट्टे पर देने के लिए मजबूर किया गया था. उन्होने कहा, बंदरगाह के पास राजपक्षे हवाई अड्डा है, जिसे चीन के लिए 200 मिलियन डॉलर के ऋण के साथ बनाया गया था, जिसका इतना कम इस्तेमाल किया गया था कि एक समय में अपने बिजली बिल का भुगतान करने में असमर्थ था. इस दौरान सचिव एंटनी ब्लिंकन ने भी सार्वजनिक रूप से श्रीलंका के संकट में एक योगदान कारक के रूप में दोषी ठहराया है.