Jharkhand News: कोडरमा जिला अंतर्गत झुमरीतिलैया थाना क्षेत्र के पानी टंकी श्मशान घाट रोड में अवैध रूप से एक मकान में नर्सिंग होम का रूप देकर गर्भवती महिला का प्रसव कराने के दौरान नवजात की मौत का मामला सामने आया है. घटना के बाद परिजनों ने हंगामा शुरू किया, तो सूचना पर तिलैया थाना के प्रभारी इंचार्ज सोनी प्रताप दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और मामले की जानकारी ली. पूरे मामले में झोलाछाप डॉक्टर के रूप में काम करने वाली नर्स एवं उसके सहयोगी पर प्रसव और ऑपरेशन कराने का आरोप लगा है. पुलिस ने आरोपी महिला को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
सदर अस्पताल में नहीं हुआ इलाज, झोलाछाप नर्स की चंगुल में फंसी गर्भवती महिला
जानकारी के अनुसार, चंदवारा थाना क्षेत्र के भोंडो बगिया निवासी देवनंदन दास पिता शंकर रविदास अपनी पत्नी बबीता देवी को प्रसव पीड़ा होने पर मंगलवार की रात करीब दो बजे सहिया एवं परिजनों के साथ लेकर सदर अस्पताल पहुंचे थे. आरोप है कि सदर अस्पताल में उचित इलाज नहीं होने के बाद अपने दोस्त की सलाह पर प्रसव पीड़ा से तड़प रही अपनी पत्नी को लेकर सुबह करीब चार बजे पानी टंकी रोड में शकुंतला देवी के मकान में पहुंचे. इस दौरान जिले के कई निजी अस्पतालों में नर्स का कार्य कर चुकी शकुंतला देवी ने 18 हजार रुपये में सुरक्षित नॉर्मल प्रसव कराने का आश्वासन दिया.
नवजात की मौत पर झोलाछाप नर्स को लोगों ने पकड़ा
शकुंतला ने प्रसव पीड़ा से परेशान महिला को दर्द से संबंधित एक इंजेक्शन उसके पति के सामने दिया. इसके बाद शकुंतला अपने एक अन्य सहयोगी विनोद कुमार के साथ मिलकर महिला का प्रसव कराने में जुट गयी. प्रसव कराने आयी महिला के पति ने बताया कि प्रसव के दौरान शकुंतला देवी ने उनकी पत्नी को कई इंजेक्शन दिए, जिससे पेट में नवजात की मौत हो गई. पत्नी का ऑपरेशन भी कर दिया था. प्रसव के बाद मृत बच्चे का जन्म होने एवं प्रसूता की स्थिति गंभीर होने पर शकुंतला के सहयोगी विनोद कुमार घर की छत से कूदकर फरार हो गया़, जबकि भाग रही शकुंतला को लोगों ने पकड़ लिया.
पहले भी जेल जा चुकी है झोलाछाप नर्स
नवजात की मौत पर परिजनों ने हंगामा शुरू किया, तो तिलैया पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिन ने आरोपी शकुंतला देवी को हिरासत में लिया. वहीं, महिला के परिजन ने प्रसूता को बेहतर इलाज के लिए शहर के एक निजी क्लीनिक में भर्ती कराया. इधर, पुलिस ने मौके से भागने वाले व्यक्ति की बाइक (BR 02W 5305) को जब्त किया है. साथ ही देवनंदन कुमार के आवेदन पर कांड संख्या 187/22 दर्ज किया है. मालूम हो कि आरोपी महिला अवैध तरीके से अपने नर्सिंग होम का संचालन करती है. इसके पूर्व भी वह इस तरह के एक मामले में जेल जा चुकी है.
सदर अस्पताल की व्यवस्था पर उठाए सवाल
महिला के पति देवनंदन कुमार ने बताया कि मंगलवार की रात करीब दो बजे जब वह प्रसव पीड़ा से तड़प रही अपनी पत्नी को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे, तो वहां कोई चिकित्सक नहीं मिला. सदर अस्पताल में ड्यूटी के दौरान सो रहे नर्सों को जगाकर जब पत्नी की स्थिति बताई, तो नर्सों ने उन्हें कहा कि अभी प्रसव में देर है. इसके बाद प्रसव पीड़ा से तड़प रही पत्नी को लेकर वह दोस्त की सलाह पर शकुंतला देवी के पास पहुंचे थे.
Posted By: Samir Ranjan.