बिहार को शीघ्र ही एक और फोरलेन एक्सप्रेस-वे मिलेगा. इससे औरंगाबाद से पटना तक का सफर आसान हो जायेगा. इसके बनने से पटना से औरंगाबार की दूरी 4 घंटे से घटकर दो घंटे की हो जायेगी. केन्द्रीय सड़क निर्माण विभाग ने इसके डीपीआर बनाने के लिए अपनी स्वीकृति दे दी है. पटना-औरंगाबाद हाईवे को फोरलेन बनाने के लिए डीपीआर बनाने के लिए अगस्त तक टेंडर निकाला जायेगा. जिसमें डीपीआर बनाने वाली एजेंसी टेंडर में भाग लेंगे. डीपीआर में फोरलेन में आने वाला खर्च का बजट, सड़क का एलाइनमेंट के साथ- साथ ट्रैफिक लोड, बाइपास, अंडरपास, फ्लाई ओवर की भी चर्चा होगी.
एक्सप्रेस-वे औरंगाबाद से पटना के बनने से राजधानी पटना से औरंगाबाद का सफर आसान हो जायेगा. फिलहाल पटना से औरंगाबाद पहुंचने में करीब चार घंटे का समय लगता है. लेकिन, इसके निर्माण से यह दूरी दो घंटे में पूरी हो जायेगी. इसके साथ ही इस सड़क पर अक्सर होने वाला हादसा में भी कमी आयेगी. जिला परिवहन के आंकड़ों के अनुसार फिलहाल औरंगाबाद पटना मार्ग पर 250 से ज्यादा लोगों की मौत सड़क हादसे में होती है. इसके साथ ही चार की जगह अब दो घंटा में आप पटना से औरंगाबाद पहुंच जायेंगे.
औरंगाबाद के स्थानीय सांसद सुशील कुमार सिंह ने प्रभात खबर से बातचीत में बताया कि अगस्त तक डीपीआर का टेंडर हो जायेगा. डीपीआर बनने के बाद इसका टेंडर निकाला जायेगा. बताते चलें कि सांसद सुशील कुमार सिंह का यह ड्रीम प्रोजेक्ट है. इस मामले को उन्होंने कई बार सांसद में उठाने के साथ साथ इसको लेकर कई बार विभाग के मंत्री से भी मिले. बताते चलें कि इस सड़क का पहले गलत सर्वे रिपोर्ट दे दिया गया था. जिसके कारण इसके निर्माण में देरी हुई.