गोपालगंज में बैकुंठपुर के दियारे में शराब की तलाश करने पहुंची उत्पाद विभाग व बैकुंठपुर पुलिस की छापेमारी में गांजे की लहलहाती फसल को देख होश उड़ गये. गांजे की फसल को जब्त कर उसे कटवा कर नष्ट कर दिया गया. उत्पाद अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि ड्रोन के सहारे शराब की भट्ठियों की तलाश में बैकुंठपुर पुलिस व उत्पाद विभाग की टीम संयुक्त रूप से सब इंस्पेस्टर मुकेश कुमार के नेतृत्व में प्यारेपुर से सत्तरघाट तक के इलाके को खंगालने पहुंची. उसी सर्च ऑपरेशन के दौरान गांजे की फसल पायी गयी.
गांजा की खेती को दियारे के जंगल-झाड़ियों के बीच पाया गया. यहां गांजे की खेती को सुनियोजित तरीके से करने की बात सामने आयी है. उधर, जानकार सूत्रों ने बताया कि खर-पतवार के बीच गांजे की फसल को लावारिस की तरह लगा दिया जाता है. किसी का ध्यान तक नहीं जाता है. ऐसे में गांजा की खेती बड़ी आसानी से हो जा रही थी. दियारे में एक रैकेट सक्रिय है, जो गांजा की खेती को जहां-तहां लगाकर लाखों की खेल कर कर रहा है.
सलेमपुर में खर-पतवार के बीच में शराब की भट्ठियां धधकती हुई मिली. जहां उत्पाद विभाग की टीम ने भट्ठी को ध्वस्त कर दिया. मौके पर 25 सौ लीटर अर्ध निर्मित शराब को जब्त किया गया. जमीन के नीचे गढ्डा खोदकर उसमें शराब बनाया जा रहा था. शराब की भट्ठी जला दिया गया. साथ ही शराब बनाने वाले उपकरण व सामग्री को जब्त कर लिया गया. शनिवार को ही तीन हजार लीटर अर्ध निर्मित शराब जब्त किया गया था. दूसरे ही दिन एक और भट्ठी को जब्त किया गया. यहां-जब भी छापेमारी होती तभी भट्ठी पकड़ी जाती रही है.
Also Read: सितंबर से भागलपुर समेत चार जिलों में सौ फीसदी ऑनलाइन रजिस्ट्री, डीड राइटर की नहीं होगी जरूरत
बैकुंठपुर का दियारा इलाका में शराब माफिया उत्पाद विभाग को चुनौती दे रहे हैं. नदी के किनारे व सहायक नदियों के बीच में खतर-पतवार के बीच शराब की भट्ठियां धधकती मिल रही है. एक भी माफिया गिरफ्त में नहीं आ रहा. ये शराब माफिया सरकार के लिए चुनौती बने हैं. उत्पाद अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि माफियाओं की तलाश में पुलिस व विभाग दोनों कार्रवाई में जुटे हैं.