उपराष्ट्रपति पद के उम्मिदवार की घोषणा राष्ट्रीय जनतांएत्रिक दल (NDA) ने शनिवार को किया. अब सबकी निगाहें विपक्ष पर टिकी हैं. मालूम हो कि सत्तापक्ष ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को उपराष्ट्रपति पद का उम्मिदवार बनाया है. इस ऐलान के बाद विपक्षी दलों की ओर से भी जल्द उम्मिदवार का ऐलान की जाएगी. विपक्षी दलों की बैठक रविवार को एनसीपी प्रमुख शरद यादव के आवास पर बुलाई गई है. इस बैठक के बाद विपक्ष अपने प्रत्याशी की घोषणा कर सकता है. उपराष्ट्रपति पद के लिए नामांकण की आखिरी तारीख 19 जुलाई है.
उपराष्ट्रपति उम्मिदवार को लेकर कांग्रेस पार्टी ने उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया है. बीते दिन कांग्रेस ने अन्य विपक्षी दलों को सूचित किया है कि वह उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मिदवार को लेकर किसी तरह का विचार नहीं कर रही है.
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ आगामी छह अगस्त को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के उम्मीदवार होंगे. जाट समुदाय से ताल्लुक रखने वाले धनखड़ समाजवादी पृष्ठभूमि के रहे हैं और वह पूर्व प्रधानमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह की सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं. राजधानी स्थित पार्टी मुख्यालय में शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में हुई भाजपा की सर्वोच्च नीति निर्धारक इकाई संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने धनखड़ को उम्मीदवार बनाए जाने की घोषणा की. नड्डा ने धनखड़ को किसान पुत्र बताया और कहा कि उन्होंने पश्चिम बंगाल में खुद को जनता के राज्यपाल के रूप में स्थापित किया.
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देश के उपराष्ट्रपति को चुनने के लिए निर्वाचक मंडल में संसद के दोनों सदनों, लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य शामिल होते हैं. संसद में सदस्यों की मौजूदा संख्या 780 है, जिनमें से केवल भाजपा के 394 सांसद हैं. जीत के लिए 390 से अधिक मतों की आवश्यकता होती है. मौजूदा उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू का कार्यकाल 10 अगस्त को समाप्त होगा. नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 19 जुलाई है और मतदान छह अगस्त को निर्धारित है.
(इनपुट भाषा के साथ)