Sharad Pawar News: भारत के कुछ हिस्सों में चीन आक्रामक हो गया था. केंद्र सरकार ने कुछ लोगों को इसके बारे में सूचना दी. एके एंटनी और मैं उन लोगों में शामिल थे. हम दोनों देश के रक्षा मंत्री रह चुके हैं. यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है. इसमें राजनीति नहीं होनी चाहिए. इस मामले में देश को एकजुट होना चाहिए. हमें यह देखने की जरूरत है कि हमारे देश की एक इंच जमीन पर भी किसी का कब्जा न हो सके.
ये बातें राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता शरद पवार ने शुक्रवार को कहीं. उन्होंने कहा कि सीमा पर चीन समय-समय पर आक्रामक रवैया अपनाता रहता है. सरकार ने इस बारे में हमलोगों के साथ सूचना साझा की है. इस मुद्दे पर हमें राजनीति नहीं करनी. हम सब मिलकर यह सुनिश्चित करेंगे कि अपने देश की जमीन पर किसी का भी कब्जा नहीं होने देंगे.
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शरद पवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान महाराष्ट्र के मुद्दे पर भी कई बातें कहीं. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में पिछले 10 दिनों से दो लोग सरकार चला रहे हैं. अब तक कैबिनेट तक का गठन नहीं किया गया है. अगर लंबे समय तक ऐसा ही चलता रहा, तो यह ठीक नहीं है. कैबिनेट के गठन में विलंब की कोई वजह नजर नहीं आती है.
There was Chinese aggression in parts of country. Centre informed some people about it, AK Antony & I were among them. We were Defence Ministers once. It's an imp matter, won't bring politics into it. Country should be united to see not even one inch of land is lost: Sharad Pawar pic.twitter.com/cWd1jlu1Mv
— ANI (@ANI) July 15, 2022
एनसीपी चीफ शरद पवार ने कहा कि राज्य में बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है. और सरकार बिना कैबिनेट के चल रही है. यह जनता के हित में नहीं है. श्री पवार ने कहा कि यदि कांग्रेस, एनसीपी और शिव सेना एक साथ मिलकर महाराष्ट्र में चुनाव लड़े, तो यह जनता के हित में होगा. हमने इस मामले में चर्चा की है. अपनी पार्टी में हमने इस मुद्दे पर चर्चा की है.
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि तीनों पार्टियां मिलकर महाराष्ट्र में चुनाव लड़ेंगी, तो यह जनहित में होगा. मैंने अपनी पार्टी में इस मुद्दे पर चर्चा की है. मुझे लगता है कि तीनों पार्टियों को मिलकर इस मुद्दे पर चर्चा करनी होगी. हमें कांग्रेस और शिवसेना से भी इस मुद्दे पर चर्चा करनी होगी. उन्होंने कहा कि हम तीनों पार्टियां इस पर मिलकर चर्चा करेंगे.