पटना. राजधानी में नगर निगम क्षेत्र में दो हजार सरकारी भवनों पर लगभग 65 करोड़ रुपये का होडिंग टैक्स बकाया है. इनमें सबसे अधिक शिक्षा विभाग पर लगभग 33 करोड़ रुपये टैक्स बकाया है. इसके बाद पर्यावरण, वन व जलवायु परिवर्तन विभाग पर सात करोड़ रुपये बकाया है. बकाया टैक्स नहीं भरनेवाले टॉप 20 भवनों पर लगभग 29 करोड़ रुपये बकाया है.
बकाया राशि के भुगतान के लिए बार-बार नगर निगम की ओर से डिमांड नोटिस भेजा जा रहा है. इसके बावजूद निगम को राशि नहीं मिल रही है. जानकारों के अनुसार निगम की ओर से बार-बार दबाव बनाये जाने पर चालू वित्तीय वर्ष के पहली तिमाही कलेक्शन में भवन निर्माण विभाग से मात्र 4.50 करोड़ की राशि मिली है.
सरकारी भवनों से बकाया राशि भुगतान के लिए जिन भवनों पर बकाया राशि है, उनके प्रधान को नोटिस भेजा गया है. नगर आयुक्त की ओर से सबको पत्र लिखा गया है. इनमें सबसे बड़े बकायेदार शिक्षा, पर्यावरण, वन व जलवायु परिवर्तन, परिवहन, बुडको सहित अन्य विभाग शामिल हैं. सूत्र ने बताया कि भवन निर्माण विभाग के 169 सरकारी भवनों पर बकाया राशि 4.50 करोड़ रुपये मिले हैं. हालांकि, अब भी लगभग 970 सरकारी भवनों पर बकाया है.
-
एएन कॉलेज 10 करोड़
-
पटना जू 5.53 करोड़
-
पटना कमिश्नर ऑफिस 2.20 करोड़
-
सेंट्रल कॉलोनी रेवेन्यू 2.79 करोड़
-
बुद्ध स्मृति पार्क 1.74 करोड़
-
कुम्हरार पार्क 1.07 करोड़
-
कृषि भवन 76.72 लाख
-
हज कमेटी 74.71 लाख
-
पीएमसीएच 66 लाख
-
बीएसएनएल कंकड़बाग 10.27 लाख
-
न्यू सरकारी पॉलिटेक्निक 19.91
शहर में अभी भी गली-मुहल्लों में मैनहोल खुले हैं. बरसात में भी इन खुले मैनहोल को ढंकने का काम नहीं हुआ है. गनीमत है कि बारिश जोर नहीं पकड़ी है अन्यथा गली-मुहल्ले की सड़कों पर पानी भरने पर खुले मैनहोल में गिरना तय है. लोग इससे बचने के लिए बांस का बल्ला लगा कर सचेत करने का काम कर रहे हैं. शिवपुरी के समीप बीच सड़क पर मैनहोल खुला है. खुले मैनहोल को लेकर कभी भी हादसा हो सकता है.
खासकर दुपहिया चालक के कई बार फंसने के बाद स्थानीय लोगों ने उसमें बांस के बल्ले में लाल कपड़ा लगा कर डाल दिया है, ताकि लोग हादसे से बचें. अटल पथ की सर्विस सड़क में महेश नगर से पहले फुट ओवर ब्रिज के पास नाले के ऊपर लगा ढक्कन एक साइड धंसा है. इसमें अक्सर वाहन चालक फंस रहे हैं. रात में लोगों को स्पष्ट नहीं दिखने पर लोग उसमें फंस रहे हैं. साइकिल वाले व दुपहिया चालक अक्सर गिरते हैं. इंद्रपुरी में रोड संख्या 10 में मैनहोल पर ढक्कन नहीं है. इसके बावजूद जिम्मेदार बेपरवाह बने हुए हैं.