Varanasi News: विश्व हिंदू सेना ने बाबा विश्वनाथ के साथ मां श्रृंगार गौरी के दर्शन और सावन के आखिरी सोमवार को जलाभिषेक का ऐलान किया है. विश्व हिंदू सेना के कार्यकर्ता अस्सी घाट से गंगा जल लेकर मंदिर रवाना होंगे. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रपौत्री के शामिल होने का दावा किया गया है. जबकि मां श्रृंगार गौरी का केस न्यायालय में है, जहां मामले पर लगातार सुनवाई चल रही है.
वाराणसी में विश्व हिंदू सेना ने पत्रकार वार्ता आयोजित कर ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर धमकी देते हुए कहा कि हमे मां श्रृंगार गौरी के दर्शन करने दें. इसके साथ ही उन्होंने धमकी भी दी. इसके साथ ही विश्व हिंदू सेना राष्ट्रीय सचिव दिग्विजय चौबे ने कहा कि, हमें अनुमति नहीं मिली तो 8 अगस्त को लाखो की संख्या में ज्ञानवापी के लिए रवाना होंगे. उन्होंने पीएम मोदी और सीएम योगी से भी मां श्रृंगार गौरी मंदिर में दर्शन की मांग की.
देवरिया के रहने वाले विश्व हिंदू सेना राष्ट्रीय सचिव दिग्विजय चौबे ने कहा कि हमलोग ज्ञानवापी मस्जिद प्रकरण को लेकर 1951 से संघर्ष कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह यादव की सरकार ने 1993 में मुस्लिम वर्ग को पांचों वक्त का नमाज पढ़ने के लिए आदेशित कर दिया औऱ हिन्दू वर्ग को श्रृंगार गौरी के दर्शन से वंचित कर दिया. तब से लेकर अब तक विश्व हिंदू सेना आंदोलन कर रही है.
उन्होंने कहा कि, हमे न्यायालय पर पूरा भरोसा है. कोर्ट का आदेश हमे सर्वमान्य है. पीएम मोदी कहते हैं कि मैं काशी पुत्र हूं तो काशी का धब्बा मिटाने का काम करें औऱ मां श्रृंगार गौरी के दर्शन पूजन की अनुमति दें. ज्ञानवापी में जो शिवलिंग मिला है वो पहले से था इसे छिपाकर रखा गया था. कोर्ट को आदेशित कर देना चाहिए कि शिवलिंग का भोग लगे.
रिपोर्ट- विपिन सिंह