Bihar Weather: आषाढ़ महीना झमाझम बारिश व मानसूनी ठंडी हवा के लिए जाना जाता है. लेकिन, आषाढ़ महीना में इस साल गर्मी चरम पर है. सुबह होते ही आसमान से आग बरसने जैसा एहसास हो रहा है. देर शाम तक शरीर झुलसाने वाली धूप से लोग बेहाल हो रहे हैं. आलम यह है कि छांव में भी लोग पसीने से तरबतर हो रहे हैं. उत्तर बिहार में मानसून कमजोर पड़ गया है. मानसूनी रेखा दक्षिण की ओर से चली गयी है, जिससे फिलहाल बारिश की संभावना नहीं है. इससे अब तेज बारिश की संभावना नहीं है. कहीं-कहीं हल्की बारिश व बूंदाबांदी हो सकती है.
मौसम में गर्मी बरकरार रहेगी. अधिकतम तापमान 38 डिग्री तक जा सकता है. न्यूनतम तापमान 29 डिग्री पर रहेगा. हवा में नमी 80 प्रतिशत तक रह सकती है. 10 से 12 किमी की रफ्तार से पूर्वा हवा चलेगी. रविवार की बात करें तो अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस के पार चला गया, जो सामान्य से 2.5 डिग्री अधिक है. वहीं न्यूनतम तापमान भी 26 डिग्री के ऊपर है, जो सामान्य से एक डिग्री अधिक है. मौसम पूर्वानुमान के अनुसार फिलहाल बारिश की कम संभावना है. इसे देखते हुए धान की फसल के लिए सिंचाई की आवश्यकता है.
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मौसम विभाग के अनुसार बिहार में अभी बारीश नहीं होगी. उत्तर बिहार के किशनगंज, सीतामढ़ी, पूर्वी व पश्चिमी चंपारण में वर्षा का पूर्वानुमान है. वहीं, बिहार की राजधानी पटना के आसपास के इलाके में बादल छाए रहने के आसार है. बिहार में अच्छी बारीश नहीं होने के कारण तापमान में वृद्धि देखने को मिली रही है. मौसम विभाग की ओर से 12 जुलाई तक बारीश होने की चेतावनी जारी नहीं की गयी है. इससे साफ संकेत मिल रहा है कि बिहार के बाकी जिलों में बारिश के लिए लोगों को अभी और इंतजार करना पड़ेगा. किसान को बारिश नहीं होने से भारी नुकसान हो सकता है. क्योकि धान के बिचड़े खेतों में सूख रहे है. किसान धान की रोपनी के लिए बारिश का इंतजार कर रहे है.