Gorakhpur News: गोरखपुर सहित पूर्वांचल मानसून आने के बाद इस तरह से गायब हो गया, जैसे हाल फिलहाल में आया ही नहीं था. लोगों का उमस भरी गर्मी से हाल बेहाल होता जा रहा है. आमजन के साथ-साथ किसान भी बरसात न होने से काफी परेशान है, क्योंकि धान की रोपाई हो जाने के बाद खेतों में बरसात न होने की वजह से धान पीले पड़ रहे हैं. लेकिन सभी के लिए राहत भरी खबर ये कि मौसम विशेषज्ञों ने पूर्वानुमान जताया है कि 12 जुलाई के बाद हल्की वर्षा की संभावना है, जिससे आमजन के साथ-साथ किसानों को काफी राहत मिल सकती है.
मौसम विशेषज्ञ कैलाश पांडे ने पूर्वानुमान जताया है कि मानसून ट्रफ लाइन अभी दक्षिण की तरफ स्थित है इसके चलते यह मध्य प्रदेश ,छत्तीसगढ़ ,उड़ीसा क्षेत्रों में वर्षा हो रही है. 12 जुलाई तक मानसून ट्रफ लाइन उत्तर की तरफ आने की संभावना है जिससे गोरखपुर जिले सहित पूर्वांचल के कई जिलों में हल्की वर्षा की संभावना बन सकती है. फिलहाल अभी लोगों को चार-पांच दिनों तक उमस भरी गर्मी देनी पड़ेगी.
गोरखपुर में आसमान में बादल लुका छिपी का खेल खेल रहा है लेकिन बरसात ना होने से लोगों को गर्मी से राहत नहीं मिल रही है. शुक्रवार को पूरे दिन आसमान साफ रहा और तेज धूप होने की वजह से लोग गर्मी से बेहाल दिखे. गोरखपुर में अधिकतम तापमान 36.9 डिग्री सेल्सियस रहा वहीं रात का न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस के करीब रहा. यह तापमान जुलाई माह के औसत तापमान से 4 डिग्री सेल्सियस अधिक है. जुलाई माह में औसत अधिकतम तापमान 32.9 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 25.9 डिग्री सेल्सियस है.
गोरखपुर सहित बगल के जिलों में बरसात ना होने की वजह से खेतों में धान पीले हो रहे क्योंकि जून महीने के लास्ट सप्ताह से ही किसान धान की रोपाई शुरू कर देते हैं .लगभग किसान अपने खेतों में धान की रोपाई कर चुके हैं और वह बरसात का इंतजार कर रहे हैं अगर बरसात नहीं हुई तो खेत में ही धान सूखने लगेंगे. अभी भी कुछ किसान हैं जो बरसात का इंतजार कर रहे हैं कि बरसात शुरू हो और वह अपनी धान की रोपाई शुरू करें.
रिपोर्टर- कुमार प्रदीप