पटना. सेना के अंदर भ्रष्टाचार का एक बड़ा मामला उजागर हुआ है. बिहार स्थित दानापुर कैंट में एक रिश्वतखोर रंगे हाथ दबोचा गया है. वो एक सेवानिवृत सैनिक से रिश्वत के रूप में 10 हजार रुपये ले रहा था. दानापुर कैंट में चल रहे भ्रष्टाचार के इस खेल की शिकायत सेंट्रल कमांड से की गयी थी.
शिकायत के बाद लखनऊ से पटना पहुंची सेंट्रल कमांड इंटेलिजेंस बटालियन ने दानापुर कैंट से सेना के एक वरीय ऑडिटर रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया है. आरोपी ऑडिटर पेंशन कार्यालय में एक रिटायर्ड आर्मी हवालदार से 10 हजार रुपए रिश्वत ले रहा था, इसी दौरान सेंट्रल कमांड इंटेलिजेंस की टीम ने उसे धर दबोचा. सेंट्रल कमांड इंटेलिजेंस की इस कार्रवाई के दौरान दानापुर पुलिस की टीम भी मौके पर मौजूद रही.
दरअसल, पूरा मामला सेवानिवृति के पैसों से जुड़ा है. दानापुर थाना क्षेत्र के न्यू ताराचक निवासी शैलेश कुमार जनवरी महीने में सेना से सेवानिवृत हुए थे. रिटायरमेंट के बाद उन्हें ग्रेच्यूटी का 1.92 लाख रुपया निकालना था. सेना के लेखा कार्यालय के सीनियर ऑडिटर धनंजय कुमार ने पैसा निकलवाने के नाम पर शैलेश कुमार से 10 हजार रुपए की मांग की थी. काम करने के एवज में ऑडिटर लगातार पैसों के लिए रिटायर्ड हवालदार पर दबाव बना रहा था.
परेशान सेवानिवृत हवालदार ने इस बात की शिकायत सेंट्रल कमांड इंटेलिजेंस बटालियन लखनऊ से की. घूसखोरी का मामला संज्ञान में आते ही सेंट्रल कमांड इंटेलिजेंस की टीम हरकत में आयी और आरोपी को रंगेहाथ पकड़ने के लिए टीम ने जाल बिछाया. आरोपी सीनियर ऑडिटर धनंजय कुमार लेखा कार्यालय के पास पीड़ित हवालदार से 10 हजार रुपए ले रहा था, तभी सेंट्रल कमांड इंटेलिजेंस की टीम ने उसे रंगेहाथ धर दबोचा.