राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने अमरावती में एक फार्मासिस्ट की हत्या के सिलसिले में बुधवार को महाराष्ट्र में कई स्थानों पर छापेमारी की. एक एनआईए प्रवक्ता ने कहा कि एजेंसी ने महाराष्ट्र के अमरावती जिले में 13 स्थानों पर छापेमारी की है. आरोपियों और संदिग्धों से जुड़े परिसरों की तलाशी के दौरान मोबाइल फोन, सिम कार्ड, मेमोरी कार्ड, डीवीआर जैसे डिजिटल उपकरण और चाकू के अलावा नफरत फैलाने वाले संदेश तथा अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए.
एनआईए बुधवार को मामले के सात गिरफ्तार आरोपियों को मुंबई ले गई. उन्हें आठ जुलाई से पहले वहां की विशेष एनआईए अदालत में पेश किया जाएगा. जांचकर्ताओं के अनुसार, हत्या का कथित मास्टरमाइंड शेख इरफान, रहबर हेल्पलाइन नाम से एक स्वयंसेवी संगठन चलाता था. सूत्रों ने कहा कि एनआईए इसके आय के स्रोतों की जांच कर रही है, खासकर अन्य देशों से प्राप्त धन की. सूत्रों ने कहा कि पुलिस मामले में संदिग्ध शमीम नाम के व्यक्ति की भी तलाश कर रही है.
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इधर पुलिस ने कोल्हे की हत्या के सिलसिले में बुधवार को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के एक स्थानीय नेता से यहां पूछताछ की. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पीएफआई के अमरावती जिला प्रमुख सोहैल नदवी को नागपुरी गेट थाने लाया गया और पूछताछ की गई तथा बाद में उसे जाने दिया गया. पुलिस उपायुक्त विक्रम सैली ने कहा कि पुलिस गिरफ्तार आरोपी के साथ उसके संदिग्ध संबंध की जांच कर रही है.
पूर्वी महाराष्ट्र के अमरावती शहर में 21 जून की रात कोल्हे की हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने दावा किया कि पैगंबर मोहम्मद के बारे में निलंबित भाजपा नेता नुपुर शर्मा की टिप्पणी का समर्थन करने वाला पोस्ट साझा करने की वजह से कोल्हे की हत्या की गई थी. अधिकारी ने कहा कि पुलिस अब उन लोगों की भी तलाश कर रही है जिन्होंने सोशल मीडिया पर शर्मा का समर्थन करने वालों को धमकाया था.
(इनपुट- भाषा के साथ)