पटना. महावीर हार्ट हॉस्पिटल में दो साल की लक्ष्मी की जटिल ओपन हार्ट सर्जरी की गयी. उसके हृदय में जन्मजात छेद के अलावा नली में सिकुड़न थी. इस वजह से फेफड़े तक रक्त प्रवाह बाधित था. इससे उसका शरीर नीला पड़ने लगा था. हॉस्पीटल के शिशु एवं बाल हृदय विशेषज्ञ डॉ प्रभात कुमार ने उसकी इको जांच की, तो बीमारी का पता चला. महावीर हार्ट हॉस्पिटल में दिल्ली साकेत मैक्स हॉस्पिटल के कंसल्टेंट सर्जन डॉ हिमांशु प्रताप चौधरी, डॉ अमृता राज मल्लिक, स्वरूप दत्ता आदि की टीम ने रेव सर्जरी नाम का यह जटिल ऑपरेशन किया.
डॉ हिमांशु प्रताप ने बताया कि इस तरह का ऑपरेशन इतने छोटे बच्चे में बिहार में पहली बार किया गया. ऐसी सर्जरी में मरीज के बचने की संभावना बहुत कम होती है, लेकिन सर्जरी के बाद पोस्ट ऑपरेशन केयर के जरिये दो साल की बच्ची को नया जीवन मिला. कुछ दिन तक जीवनरक्षक उपकरणों पर रखने के बाद बच्ची अब सामान्य हो गयी है. उसे छुट्टी दे दी गयी. महावीर वात्सल्य और हार्ट हॉस्पिटल के निदेशक डॉ एनआर विश्वास ने टीम को बधाई दी है.
महावीर हार्ट हॉस्पिटल में ही पिछले साल बिहार का पहला ऑपेन हार्ट सर्जरी भी हुई थी. महावीर हृदय रोग अस्पताल में 28 दिन के बच्चे की ओपेन हार्ट सर्जरी की गयी थी. इतने छोटे बच्चे की ऐसी सर्जरी का वह बिहार का पहला मामला था. पटना के बालकृष्ण को सांस लेने में तकलीफ थी. उसके हृदय की पलमनरी आर्टरी (बड़ी धमनी) पूरी तरह बंद थी. इस वजह से हृदय से फेफड़े में खून बहुत कम पहुंच पा रहा था. रक्त संचार अवरुद्ध होने से उसका शरीर नीला पड़ गया था. महावीर हृदय रोग अस्पताल में इमरजेन्सी हालत में उसकी ओपन हार्ट सर्जरी की गयी थी.
महावीर हृदय रोग अस्पताल में बच्चों के हृदय में छेद बीमारी का नि:शुल्क ऑपरेशन होता है. इसके लिए रोटरी क्लब और महावीर हृदय अस्पताल के बीच करार हुआ है. इसके तहत बिहार-झारखंड के बच्चों के हृदय में जन्मजात छिद्र का मुफ्त ऑपरेशन होता है. रोटरी क्लब के बिहार झारखंड के डिस्ट्रिक्ट गवर्नर राजन गंडोत्रा के नेतृत्व में रोटरी पाटलिपुत्र के पदाधिकारियों ने महावीर हृदय रोग अस्पताल का भ्रमण कर कहा कि आर्थिक सहयोग के लिए इससे बेहतर जगह नहीं हो सकती.