Aligarh Nagar Nigam Exclusive News: हॉस्पिटल, क्लीनिक, लैब से निकलने वाले मेडिकल कचरा यानी बायो मेडिकल वेस्ट को खुले में फेंक देने की खबर तो आपने सुनी होगी. मगर अलीगढ़ में बायोमेडिकल वेस्ट को देर रात हॉस्पिटल, क्लीनिक, लैब नगर निगम के सामान्य कचरा डालने वाले कचरा बॉक्स में डाल जाते हैं. ऐसा कर योमेडिकल वेस्ट के नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाते हुये संक्रामक और असंक्रामक रोगों को खुला न्यौता दिया जा रहा है.
हॉस्पिटल, क्लीनिक, लैब से निकलने वाले बायोमेडिकल वेस्ट को लेकर मेडिकल क्षेत्र से जुड़े संस्थान सीरियस नहीं हो रहे हैं. जनता को संक्रमित या असंक्रमित रोगों से ग्रसित करने के लिए बायोमेडिकल वेस्ट को सही रूप से निस्तारित नहीं किया जा रहा, बल्कि बायोमेडिकल वेस्ट को देर रात मौका देखकर नगर निगम के मोहल्लों की गलियों में, सड़क किनारे रखे कचरा बॉक्स में सामान्य कचरे के साथ बैंक जाते हैं. इसे नगर निगम के वाहन शहर के कूड़ा कलेक्शन सेंटर पर ले जाते हैं, जहां से कूड़ा छंटाई के बाद एटूजेड प्लांट भेज दिया जाता है.
अलीगढ़ से बायोमेडिकल वेस्ट को कलेक्ट कर निस्तारित करने की जिम्मेदारी मथुरा की बायोमेडिकल वेस्ट डिस्पोजल एजेंसी को दी गई है. बायोमेडिकल वेस्ट डिस्पोजल एजेंसी के अलीगढ़ इंचार्ज मोहन गर्ग ने प्रभात खबर को बताया कि एजेंसी अलीगढ़ के 840 हॉस्पिटल, क्लीनिक, लैब से बायोमेडिकल वेस्ट एकत्र कर डिस्पोज करने के लिए मथुरा प्लांट में ले जाते हैं. अभी अलीगढ़ 400 से अधिक हॉस्पिटल, क्लीनिक, लैब बायोमेडिकल वेस्ट नहीं देते. नगर निगम के सामान्य कचरा बॉक्स में या तो बायोमेडिकल वेस्ट के लिए रजिस्टर्ड सदस्य हॉस्पिटल द्वारा फेंका गया है या जो रजिस्टर्ड नहीं है, उन्होंने फेंका होगा. ऐसे बायोमेडिकल वेस्ट को सामान्य कचरे में फेंकना अपराध है. ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.
अलीगढ़ मंडल के स्वास्थ्य विभाग में अपर निदेशक डॉ वीके सिंह ने नगर निगम के सामान्य कचरा बॉक्स में बायोमेडिकल वेस्ट फेंकने पर आपत्ति जताई और अलीगढ़ मंडल में अलीगढ़, हाथरस, एटा, कासगंज के सीएमओ को मामले में पत्र लिखकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए. एडी हेल्थ डॉ वीके सिंह ने बताया कि प्राप्त वीडियो में नगर निगम के कचरा बॉक्स में बायोमेडिकल वेस्ट फेंकना सरासर अवैध है. मामले की जांच कराई जाएगी. मंडल के सभी सीएमओ को बायोमेडिकल वेस्ट के उचित निस्तारण पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए जा रहे हैं. सीएमओ रजिस्टर्ड हॉस्पिटल के साथ मीटिंग लेंगे. स्वयं एडी हेल्थ भी सीएमओ के साथ वार्ता करेंगे.
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हॉस्पिटल, क्लीनिक, लैब से ट्रीटमेंट के दौरान मेडिकल कचरा यानी बायो मेडिकल वेस्ट निकलता है, जो सामान्य कचरे से अधिक खतरनाक है. इसके सम्पर्क में आने के बाद कई संक्रमित व असंक्रमित बीमारी समाज में फैल सकती हैं. इस तरह के बायोमेडिकल वेस्ट को सामान्य कचरे से अलग डिस्पोजल किया जाता है. बायो मेडिकल वेस्ट को ट्रीट करने के लिए हॉस्पिटल, क्लीनिक, लैब में मशीनें, और आधुनिक उपकरण में लगाने चाहिए. उनके पास इसके निराकरण के लिए उचित व्यवस्था का सर्टिफिकेट होना चाहिए. अगर किसी के पास यह सर्टिफिकेट नहीं मिलता है, तो हॉस्पिटल का रजिस्ट्रेशन रद्द हो सकता है. हर हॉस्पिटल के लिए बायोमेडिकल वेस्ट डिस्पोजल का प्लांट लगाना सम्भव नहीं होता इसलिए बायोमेडिकल वेस्ट डिस्पोजल एजेंसी मेडिकल कचरे को एकत्र करती हैं, अपने प्लांट पर उसका समुचित डिस्पोजल करती हैं.
रिपोर्ट : चमन शर्मा