धनबाद: धनबाद के 21 छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है. मामला पीएनएम इंटर महाविद्यालय गोमो का है. जहां केंद्राधीक्षक की लापरवाही की वजह से इन छात्रों का रिजल्ट रोक दिया गया है. सभी छात्र कला संकाय से हैं. जानकारी के अनुसार 28 मार्च को भाषा की परीक्षा थी. और इन सभी विद्यार्थियों का सेंटर केंद्र बिशप रॉकी उच्च विद्यालय गोमो में पड़ा था. सभी विद्यार्थियों ने एचएनबी तथा एमयूआर (उर्दू) विषय की परीक्षा दी थी. लेकिन दो प्रश्न पत्रों के लिए दो उत्तर पुस्तिका देने की बजाय केंद्राधीक्षक ने एक ही उत्तर पुस्तिका मुहैया करायी थी. और उसी में उत्तर लिखने का निर्देश दिया था.
अलग-अलग पुस्तिका मांगने पर केंद्राधीक्षक ने एक ही पुस्तिका में उत्तर लिखने का निर्देश दिया था. फलत: उक्त सभी विद्यार्थियों का रिजल्ट रोक दिया गया. रिजल्ट प्रकाशित होने पर विद्यार्थी अपना नाम इंटरनेट पर देखने लगे. नाम के बगल में विथहेल्ड लिखा हुआ मिला. इंटरनेट पर किसी विषय का कोई जिक्र नहीं था. विद्यार्थियों ने तत्काल मामले की जानकारी महाविद्यालय के प्राचार्य को दी. प्राचार्य भी रिजल्ट देखकर हैरान थे. सनद रहे कि प्रभात खबर ने इसका अंदेशा जारी किया था. दो अप्रैल को इस संबंध में खबर भी प्रकाशित की थी.
महाविद्यालय के 21 विद्यार्थियों ने परीक्षा के दौरान जिला शिक्षा पदाधिकारी के नाम महाविद्यालय प्राचार्य दिलीप वर्णवाल को संयुक्त आवेदन दिया था. इस आवेदन के बाद केवल केंद्राधीक्षक बदला गया, पर विद्यार्थियों की कोई सुनवाई नहीं हुई.
सानिया खातून, रेशमा खातून, सलमा परवीन, इशरत परवीन, नाजिया खातून, रूबैदा खातून, सुमेरा खातून, मो शोएब अंसारी, शामा परवीन, मो दानीश अंसारी, नाजमा खातून, फिरोजा परवीन, हबीबा खातून, नाजिया परवीन, मो फैजान रजा, मो शाहजहां अंसारी, गुलाम रबजानी, गुलाम रब्बानी, मो फिरदौस, तमन्न खातून व रूखसाना खातून.
पीएनएम इंटर महाविद्यालय के प्राचार्य दिलीप वर्णवाल ने बताया कि केंद्राधीक्षक की लापरवाही के कारण महाविद्यालय के 21 विद्यार्थियों का परीक्षाफल प्रभावित हुआ है. जिला शिक्षा पदाधिकारी को परीक्षा के दौरान इससे अवगत करा दिया गया था. अब जैक के पास शिकायत की जाएगी ताकि प्रभावित विद्यार्थियों का रिजल्ट जारी हो सके.
Posted By: Sameer Oraon