महाराष्ट्र में सियासी उठापठक (Maharashtra Political Crisis) के बीच राकांपा प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) दिल्ली पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी का पूरा समर्थन सीएम उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के साथ है. मैं कल राष्ट्रपति चुनाव के लिए यशवंत सिन्हा के नामांकन के लिए दिल्ली आया हूं. उन्होंने कहा, एकनाथ शिंदे और उनके साथ गुवाहाटी गए अन्य विधायकों ने एक नया गठबंधन बनाने के लिए कहा है, लेकिन एनसीपी और कांग्रेस की नीति हमारे द्वारा बनाई गई गठबंधन सरकार का समर्थन करने के लिए स्पष्ट है. महाराष्ट्र में एमवीए सरकार है और हम इसका समर्थन जारी रखना चाहते हैं.
Eknath Shinde & other MLAs who've gone with him(to Guwahati)have said to form a new alliance but NCP & Congress policy is clear to support the coalition govt that we had formed. MVA govt is there(in Maharashtra) & we want to continue supporting it: NCP chief Sharad Pawar in Delhi pic.twitter.com/kMydLJyZl2
— ANI (@ANI) June 26, 2022
राकांपा प्रमुख ने कहा कि एकनाथ शिंदे और अन्य विधायक सरकार में राकांपा के साथ थे. महाराष्ट्र में पिछले 2.5 वर्षों में उन्हें कोई समस्या नहीं हुई. आज ही क्यों हो रहा है, यह सिर्फ एक बहाना है. उन्होंने कहा हम अंतिम समय तक सीएम उद्धव ठाकरे का समर्थन करेंगे. पवार ने आगे कहा कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लगेगा तो आज जो एमएलए इधर-उधर गए हैं तो फिर कैसे काम चलेगा. मुझे नहीं लगता है कि राष्ट्रपति शासन लगेगा.
संजय राउत के बयान पर शरद पवार ने कहा कि मैने संजय राउत का बयान नहीं सुना है. महाविकास अघाड़ी को हमारा सहयोग है, और जारी रखेंगे. पवार ने एकनाथ शिंदे के पिछले दिन दिए बयान पर कहा कि शिंदे साहब को नेशनल पार्टी का समर्थन मिल रहा है. तो इसका मतलब केवल एक मात्र पार्टी बीजेपी से ही है. बता दें कि महाराष्ट्र में सियासी घामासान के बीच शिंदे गुट के विधायकों ने केंद्र सरकार से सुरक्षा की गुहार लगाई थी. इसपर केंद्र सरकार ने फैसला करते हुए शिंदू गुट के विधायकों और उनके परिवारों को सुरक्षा मुहैया कराई जा रही है. सभी बागी विधायकों के घर पर सीआरपीएस के जवानों को तैनात किया गया है.
महाराष्ट्र में पिछले कई दिनों से शिव सैनिकों ने बागी विधायकों के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. इस बीच कई विधायकों के कार्यालय और उनके घरों पर तोड़फोड़ भी की गई. इधर अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा ने भी शिंदे गुट के विधायकों की सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की है. उन्होंने महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने तक की मांग की है.