पटना जिले में बीते 15 दिनों से कोरोना की रफ्तार तेज है. बीते तीन दिनों में संक्रमितों की संख्या प्रतिदिन 75 के औसत से बढ़ी है. शहर के एम्स, आइजीआइएमएस सहित बड़े अस्पतालों के विशेषज्ञ व कोविड नोडल पदाधिकारियों के अनुसार जुलाई के पहले सप्ताह तक केस में और इजाफा देखा जा सकता है.
जिले में प्रतिदिन कोरोना संक्रमितों की संख्या 150 से 200 के पार भी जा सकती हैं. मगर, अगले 10 से 12 दिनों के बाद संक्रमितों की संख्या में कमी आयेगी. फिलहाल कोरोना की चौथी लहर की कोई आशंका नहीं दिख रही है. सिर्फ कोविड नियमों का पालन करते हुए विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है.
पीएमसीएच के कोविड वार्ड के नोडल पदाधिकारी डॉ अजय अरुण के अनुसार वर्तमान में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. लेकिन दूसरी व तीसरी लहर के मुकाबले वायरस कमजोर दिख रहा है. क्योंकि तीन से चार दिन में ही लोग स्वस्थ हो जा रहे हैं. जबकि बाकी लहरों में 8 से 10 दिन का समय लगता था.
हालांकि इस बार कोरोना के उतने केस देखने को नहीं मिलेंगे, जितने अन्य लहरों के समय में देखने को मिले थे. डॉ अजय ने कहा कि अगर कोरोना का कोई डेल्टा से खतरनाक वैरिएंट सामने नहीं आता है, तो चौथी लहर के आने की आशंका न के बराबर ही है. हां अगर कोरोना वायरस के केस रोजाना 350 से अधिक आते हैं, तो चौथी लहर मान सकते हैं.
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पटना एम्स के कोविड वार्ड के नोडल पदाधिकारी डॉ संजीव कुमार ने बताया कि कोरोना का चक्र अधिकतम डेढ़ महीने का होता है. जिले में 20 मई से संक्रमण आना शुरू हो गया था. 1 जून से आंकड़े और अधिक बढ़ने लगे. लगभग एक महीने का समय बीत चुका है. ज्यादा से ज्यादा 10 से 12 दिन तक बढ़ोतरी जारी रह सकती है.
हालांकि अच्छी बात तो यह है कि पटना सहित पूरे बिहार में काफी संख्या में लोगों को कोरोना की वैक्सीन लग चुकी है. इससे लाखों लोगों की जान भी बच गयी है. वर्तमान में बूस्टर व बच्चों की वैक्सीन लग रही है ऐसे में जितने अधिक लोग वैक्सीनेटेड होंगे, उतने ही कोरोना के केस कम होंगे.