रसायन एवं उर्वरक मंत्री मनसुख मांडविया (Dr Mansukh Mandaviya) ने शुक्रवार को कहा कि अनुसंधान और उत्पादन क्षेत्र में बढ़ने और हरित हाइड्रोजन (Green hydrogen) के विकास और निर्माण में नवाचार करने की आवश्यकता है. केवल सरकार ही हरित ऊर्जा के लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर सकती है. उद्योग, शिक्षा और सरकार के बीच राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए तालमेल काफी महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा हरित ऊर्जा मिशन को साकार करने के लिए विभिन्न मौसम प्रणालियों (Weather Systems) और स्थलाकृति (Topographies) के संदर्भ में देश के पास एक बड़ा भौगोलिक लाभ है.
"India has tremendous opportunities in Green Hydrogen"
– Union Minister @mansukhmandviya at the two-day seminar on ‘Production & use of Green Hydrogen & Ammonia in Process Industry’ organized by @iitdelhi
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— PIB India (@PIB_India) June 24, 2022
IIT दिल्ली के दो दिवसीय कार्याक्रम के दौरान भविष्य की योजना पर ध्यान केंद्रित करते हुए मनसुख मांडविया ने कहा कि ऊर्जा हमारे देश की एक महत्वपूर्ण आवश्यकता है और ग्रीन हाइड्रोजन मिशन इसका एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. उन्होंने कहा भारत इस वर्ष अमृत काल मना रहा हैं और इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अगले 25 वर्षों के लिए एक रोडमैप तैयार किया जाना है. इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने सभी से ग्रीन हाइड्रोजन के निर्माण को न केवल देश के लिए बल्कि दुनिया के लिए, राष्ट्र पहले के दृष्टिकोण के साथ सस्ती और सुलभ बनाने की दिशा में काम करने का आग्रह किया है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, हम सौर ऊर्जा दक्षता बढ़ाने और इसकी लागत कम करने के लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं और विश्व गुरु बन सकते हैं. हमें अपने समृद्ध अतीत से प्रेरणा लेनी चाहिए, जो दर्शाता है कि हम कितने तकनीकी रूप से उन्नत थे. उन्होंने कहा, हमारे पास मानव संसाधन क्षमता और मस्तिष्क की कभी कमी नहीं थी. हम इसे फिर से दुनिया को दिखा सकते हैं.
रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री श्री भगवंत खुबा ने कहा प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के 75 वें स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन का शुभारंभ किया. मिशन का उद्देश्य सरकार को अपने जलवायु लक्ष्यों को पूरा करने और भारत को हरित हाइड्रोजन हब बनाने में सहायता करना है. उन्होंने कहा, विश्व हमारी हरित हाइड्रोजन नीति की ओर देख रहा है और हम जल्द ही उत्पादन, भारी परिवहन रसद उद्योग और शिपिंग विवरण के साथ दस्तावेज़ लॉन्च करेंगे. हमारा लक्ष्य 2030 तक गैर-जीवाश्म ईंधन की 500 गीगावाट उत्पादन लक्ष्य क्षमता हासिल करना है.
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