कैमूर. जिले में दुर्गावती प्रखंड के सरियांव गांव में करीब 30 से ऊपर लोग डायरिया की चपेट में आ गए हैं. इस घटना के बाद मेडिकल टीम गांव में 24 घंटे कैंप कर रही है.पीएचसी से स्वास्थ्य विभाग की टीम एम्बुलेंस से चिकित्सकों के साथ दवा पानी लेकर गांव पहुंच कैम्प कर रही है. चिकित्सकों की टीम तीन शिफ्टों में गांव में लगातार कैंप कर रही है.
कुछ लोगों का इलाज अनुमंडलीय अस्पताल मोहनिया में और कुछ का नजदीक के पीएचसी केंद्र में इलाज किया जा रहा है. ग्राणीणों के मुताबिक दो दिन पूर्व गांव में डायरिया से दो लोगों ने की मौत हो गई थी. ग्रामीणों ने बताया कि सरकार के सात निश्चिय योजना के तहत नल-जल योजना से गांव में पानी की मुख्य सप्लाई करने वाले पाइप गलियों में लगाया गया था. वह पाइप जगह-जगह फट जाने के कारण गंदा पानी सप्लाई वाले पाइप में प्रवेश कर गया. जिसकी वजह से लोग डायरिया से ग्रसित होते जा रहे है.
डायरिया से ग्रसित गांव के रहने वाले ग्रामीण हरिहर बिंद, कुमारी देवी,कुंती देवी का नजदीक के पीएचसी में इलाज चल रहा है. जिन लोगों की हालत गंभीर बनी हुई थी,उन्हें पीएचसी पर बेड के अभाव में एंबुलेंस द्वारा अनुमंडलीय अस्पताल मोहनिया ले जाया गया है. एंबुलेंस द्वारा जिन लोगों को अनुमंडलीय अस्पताल मोहनिया भेजा गया उनमें रेनू देवी, प्रमिला देवी, मुआ देवी, सुकालू बिंद और रामवृक्ष बिंद शामिल है. जिन लोगों का गांव में इलाज चल रहा है उनमें गुलजरिया देवी, प्रमिला देवी शामिल है. शेष कुछ लोग इलाज के बाद स्वस्थ होकर घर वापस आ गए हैं.