Lucknow News: यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के बाद खाली हुई लोकसभा की दो सीटों के लिए 23 जून यानी कल उपचुनाव होना है. रामपुर और आजमगढ़ सीट के लिए प्रचार 21 जून को थम गया. ऐसे में मतदान के लिए आज पोलिंग पार्टियां रवाना होंगी. दोनों सीटों पर कल मतदान होना है. आजमगढ़ से BJP प्रत्याशी ने दिनेश लाल यादव को प्रत्याशी बनाया है, जबकि सपा ने धर्मेंद्र यादव और बसपा ने शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली प्रत्याशी बनाया है.
आजमगढ़ और रामपुर सीट पर उपचुनाव 23 यानी कल होगा. मतदान कराने के लिए बुधवार यानी आज पोलिंग पार्टियां मतदान केंद्रों के लिए रवाना होंगी. इसके साथ में पुलिस बल भी रवाना होंगे. चुनाव आयोग ने मतदान और मतगणना को लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली हैं. मतदान के बाद 26 जून को मतगणना की जाएगी. चुनाव की तैयारियों को लेकर जिला प्रशासन रवानगी स्थल पर पहुंचकर तैयारियों का जायजा भी ले रही हैं, ताकि किसी भी प्रकार का व्यवधान उत्पन्न न हो सके.
आजमगढ़ में उपचुनाव की तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज और पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने रवानगी स्थलों का निरीक्षण किया. जिलाधिकारी ने बताया कि 23 जून 2022 को आजमगढ़ लोक सभा उप निर्वाचन-2022 का निर्वाचन कार्यक्रम निर्धारित है. बुधवार को सुबह आठ बजे से ही पोलिंग पार्टियां रवाना होंगी. विशाल भारद्वाज ने आगे बताया कि आजमगढ़ लोक सभा क्षेत्र के लिए पांच विधान सभाओं की पोलिंग पार्टियां तीन डिस्पैच स्थलों से रवाना होंगी.
दरअसल, आजमगढ़ लोकसभा सीट समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के इस्तीफे से खाली हुई थी. यहां से अब धर्मेंद्र यादव मैदान में हैं. वहीं बीजेपी से भोजपुरी फिल्म स्टाार दिनेश लाल यादव निरहुआ को मैदान में उतारा है. वर्ष 2019 के चुनाव में अखिलेश यादव ने दिनेश लाल यादव को हराया था. एक बार फिर निरहुआ लोकसभा में पहुंचने के लिये समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार को चुनौती दे रहे हैं. बसपा ने शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली प्रत्याशी बनाया है.
वहीं रामपुर की सीट समाजवादी पार्टी के मोहम्मद आजम खां के इस्तीफे से खाली हुई थी. आजम खां ने 2022 विधानसभा चुनाव लड़ने के लिये लोकसभा से इस्तीफा दिया था. अब रामपुर लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी ने आजम खान के करीबी असीम राजा पर दांव लगाया है. वहीं बीजेपी ने घनश्याम लोधी को रामपुर से मैदान में उतारा है. घनश्याम लोधी भी आजम खान के करीबी रहे हैं, और 2022 विधानसभा चुनाव से दो महीने पहले ही बीजेपी में शामिल हुए थे.