Agnipath Scheme Explainer: अग्निपथ स्कीम के खिलाफ बिहार से शुरू हुआ प्रदर्शन आज कई राज्यों में फैल गया. बिहार के पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा में भी बृहस्पतिवार को केंद्र सरकार की इस योजना के खिलाफ जमकर विरोध-प्रदर्शन किया गया. बिहार में ट्रेन में आग लगा दी गयी. राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्ग को बाधित कर दिया गया. बिहार और उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर आगजनी हुई है.
विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि सेना में उन्हें सिर्फ 4 साल के लिए भर्ती नहीं किया जाये. सेना के नियम के मुताबिक ही उन्हें सेना, नौसेना एवं वायुसेना में कमीशन किया जाये. मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ‘अग्निपथ योजना’ की लांचिंग की थी. इसके बाद बुधवार से बिहार में इसके खिलाफ प्रदर्शन शुरू हो गये. बृहस्पतिवार को प्रदर्शन हिंसक हो गया. सड़कों पर टायर जलाकर प्रदर्शन किये गये, तो ट्रेन की बोगियों में आग लगा दी गयी.
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बिहार के युवाओं का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है. दिल्ली-हावड़ा मेन लाइन के बक्सर और आरा में स्थित रेलवे स्टेशनों पर युवाओं ने जमकर उत्पात मचाया. रेलवे की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया. रेलवे स्टेशन पर जमकर तोड़फोड़ की.
देश को सबसे ज्यादा सैनिक देने वाले हरियाणा में भी विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं. हरियाणा की सड़कों पर उतरकर युवाओं ने अपना विरोध जताया. कई जगहों पर बसों को रोका गया. सड़कों को जाम कर दिया गया. पुलिस ने उन्हें हटाने की कोशिश की, तो युवाओं ने पुलिस पर पथराव कर दिया. बाद में पुलिस फोर्स बुलाकर युवाओं को खदेड़ा गया. भारी संख्या में पुलिस बल पहुंची, तो युवा वहां से भाग खड़े हुए.
राजस्थान में भी अग्निपथ योजना का विरोध शुरू हो गया है. प्रदेश के कई जिलों में विरोध-प्रदर्शन हुए. राजनीतिक दलों का समर्थन भी युवाओं को मिलने लगा है. सीकर में युवाओं ने दुकानों में तोड़फोड़ की. सरकारी संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया. प्रदर्शन कर रहे युवाओं ने 20 जून को दिल्ली कूच करने की चेतावनी दी है.
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बिहार के पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में भी कई शहरों में जोरदार विरोध प्रदर्शन हुआ. युवाओं ने योजना को रद्द करने की मांग करते हुए ‘अग्निपथ योजना वापस लो’ के नारे लगाये. युवाओं ने बुलंदशहर के अलावा प्रयागराज, गोरखपुर और मथुरा में विरोध प्रदर्शन किया.
केंद्र सरकार ने सेना में सिपाहियों की जगह ‘अग्निवीर’ की योजना शुरू करने का ऐलान किया है. इसके लिए ‘अग्निपथ योजना’ की शुरुआत की गयी है. मंगलवार को राजनाथ सिंह ने इस योजना का लोकार्पण किया. इसमें बताया गया है कि इस वर्ष 46,000 युवाओं को सशस्त्र बलों में शामिल करने की योजना है.
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‘अग्निपथ योजना’ के तहत 17 से 21 वर्ष तक की आयु के युवाओं की सेना में ‘अग्निवीर’ के रूप में भर्ती होगी. इन्हें 30 से 40 हजार रुपये वेतन मिलेंगे. जितने जवानों की भर्ती होगी, उनमें से 25 फीसदी को सेना में शामिल कर लिया जायेगा, जबकि बाकी को एकमुश्त राशि देकर सेना से बाहर कर दिया जायेगा. इन्हें राज्य सरकारों की नौकरी में प्राथमिकता दी जायेगी. साथ ही असम राइफल्स और सीएपीएफ की भर्ती में भी इन्हें वरीयता दी जायेगी.