Gorakhpur News: गोरखपुर पुलिस में संवेदनशील मोहल्लों में ड्रोन से निगरानी के साथ ही गश्त बढ़ा दी है. गोरखपुर पुलिस छतों पर ईंट पत्थर रखने वालों को चिन्हित करने के साथ ही उन पर निरोधात्मक कार्रवाई भी करेगी. जुमे की नमाज के बाद कई जगहों पर उपद्रवियों द्वारा उपत्रों करने से जिले की पुलिस अलर्ट हो गई है. एडीजी जोन गोरखपुर अखिल कुमार के निर्देश पर गोरखपुर पुलिस अब सख्त दिख रही है. गोरखपुर में पिछली बार सीएए के विरोध के दौरान कोतवाली थाना क्षेत्र के कई मोहल्लों में पत्थरबाजी हुई थी उसको लेकर अबकी बार पुलिस पहले से ही सतर्क दिख रही है.
जुमे की नमाज के बाद हुए उपद्रव को लेकर गोरखपुर पुलिस काफी सतर्क है. एडीजी जोन अखिल कुमार के निर्देश पर गोरखपुर कॉलेज संवेदनशील मोहल्लों में ड्रोन निगरानी के साथ-साथ पुलिस गश्त को बढ़ा दी है. इतना ही नहीं छत पर ईंट-पत्थर रखने वालों को चिन्हित कर उन पर निरोधात्मक कार्रवाई करेगी. एसपी सिटी की अगुवाई में पुलिस की टीम संवेदनशील और अति संवेदनशील जगहों पर जून से छत पर पत्थर रखने वालों की तलाश शुरू कर दी गई है. एसपी सिटी ने कोतवाली क्षेत्र के महलों में जुड़वाया. इसको लेकर खुफिया एजेंसी और मुख वीरों को भी सक्रिय कर दिया गया है. एसएसपी डॉ विपिन तांडा ने बताया कि उपद्रव करने वाले से पुलिस सख्ती से निकलेगी संवेदन और अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में एसपी सिटी की अगुवाई में ड्रोन से छत की निगरानी की जा रही है. इसके भी छत पर पत्थर या इसे रखे हुए मिलेंगे, उन पर कार्रवाई की जाएगी.
स्थानीय खुफिया एजेंसी को ब्रीफ कर सूचना संकलन कराएं.
सभी धर्म गुरुओं व गणमान्य व्यक्तियों से लगातार संवाद स्थापित करते रहे.
जिले में उपलब्ध पुलिस बल जनशक्ति व संसाधनों का अधिक पर समुचित उपयोग किया जाए.
घृणा फैलाने वाली संदेश अफवाह का जिले की मीडिया सेल तत्काल खंडन करें.
सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील और अतिसवेदनशील स्थलों को चिन्हित कर पुलिस पिकेट व पर्याप्त फोर्स तैनात किया जाए, मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में व्यापक पेट्रोलिंग और फ्लैग मार्च की कार्रवाई की जाए.
जिले में उपलब्ध दंगा नियंत्रण उपकरण के अतिरिक्त फायर टेंडर बज्र वाहन हर दशा में तैयार रखे जाएं.
संवेदनशील स्थानों के लिए थानेदार पोस्टर पार्टी तैयार करें जिसे प्रभावी कार्रवाई के लिए भेजा जाए.
संप्रदायिक आंदोलनकारियों एवं अराजक तत्वों को चिह्नित कर उनकी निगरानी की जाए.
डायल 112 अपाची दस्तों को संवेदनशील स्थानों के आस-पास भ्रमण पी रखा जाए.
धार्मिक स्थलों बाजारों के पास लगे सीसीटीवी कैमरे ठीक करा दिए जाएं किसी भी धार्मिक धरना प्रदर्शन के दौरान समस्त कार्रवाई की फोटोग्राफी व वीडियो रिकॉर्डिंग कराई जाए.
रिपोर्ट : कुमार प्रदीप