रांची : रांची में हिंसा के बाद झारखंड में तनाव का माहौल अब बना हुआ है, सभी जिलों की पुलिस बल पूरी तरह चौकस है और प्रशासन हर गतिविधि पर नजर बनाये हुए है. राजधानी के 12 इलाकों में धारा 144 लागू है. बता दें इस घटना में तकरीबन 50 ज्यादा लोग घायल हो गये जबकि 2 लोग मारे गये हैं. घायल और मृतकों के परिजनों से मिलने जमीयत उलमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी पहुंचे. इसके बाद उन्होंने झारखंड के डीआईजी से भी मुलाकात की.
मौलाना हकीमुद्दीन कासमी ने डीआईजी से क्षेत्र में शांति बहाल करने की अपील की. साथ ही साथ उन्होंने बेकूसर लोगों को गिरफ्तार न करने का आग्रह किया है. इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि वे प्रदर्शन में घायल हुए लोगों की मदद करें और मृतकों के परिजनों को मुआवजा प्रदान करें. उन्होंने पुलिस की कार्रवाई पर भी बड़ा सवाल खड़ा किया है. उन्होंने कहा कि जनता को मारने में वे भी शामिल थी.
उन्होंने कहा कि हम राज्यपाल रमेश बैस और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी मिलने की कोशिश कर रहे हैं. इसकी जांच के लिए सरकार ने जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया है, जिसकी रिपोर्ट एक सप्ताह में आ जाएगी.
आपको बता दें कि इस घटना में शामिल लोगों के खिलाफ पुलिस ने एक्शन लेना शुरू कर दिया है. मामले में अब तक 20 से ज्यादा और 10 हजार से अधिक लोगों को आरोपी बनाया गया है. वहीं कई लोगों से पुलिस की पूछताछ जारी है. सीओ अमित भगत ने कहा है कि जुलूस निकालने की अनुमति नहीं थी. इसके, बावजूद बड़ी संख्या में लोग जुलूस बड़ी संख्या में शामिल हुए.
हिंदपीढ़ी थाना क्षेत्र के एकरा मस्जिद के समीप हुई घटना को लेकर हिंदपीढ़ी थाना में पदस्थापित सब-इंस्पेक्टर की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है. प्राथमिकी में 500 अज्ञात लोगों के अलावा चार-पांच नामजद लोगों को आरोपी बनाया गया है
Posted By: Sameer Oraon