Varanasi News: मुस्लिम कट्टरपंथियों की ओर से मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के जिला संयोजक अफसर बाबा पर हुए हमले को लेकर काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के छात्रों में आक्रोश है. छात्रों ने अफसर बाबा पर हुए हमले को लेकर प्रदर्शन किया और मांग की कि हमलावरों को गिरफ्तार किया जाए. जांच कर पीएफआई और आतंकी संगठनों के साथ संबंधों की भी जांच की जानी चाहिए. छात्रों का आरोप है कि हमलावरों को बचाने के लिए एक बड़े मौलाना ने अपने समर्थकों को लगाया है. सामाजिक संगठनों ने अफसर बाबा पर हुए हमले को लेकर नाराजगी जताई है. इस संबंध में सिगरा थाने पर एफआईआर दर्ज कराई जा चुकी है.
बीएचयू के छात्र नेता सुधांशु सिंह ने कहा कि हमलावरों को बचाने के लिए एक बड़ा मौलाना अपने समर्थकों को लगाया है. मामले को ज्ञानवापी के मुद्दे से हटाकर केवल आपसी झगड़े तक सीमित कर दिया जाए ताकि हमलावर आसानी से छूट सके और गतिविधियों को अंजाम दे सके. अगर इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया तो आतंकियों का मनोबल बढ़ेगा. इन पर सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो शहर भर में प्रदर्शन किया जाएगा. बिरला छात्रावास में मुख्यत: छात्रनेता सत्यम राय के नेतृत्व में रवि यादव, अजय सिंह, हर्षित रावत, बिट्टू, सिद्धार्थ, कमलनयन, कुंदन, वरुण, रोशन इत्यादि छात्रों ने विरोध किया.
दूसरी तरफ अफसर बाबा पर हमले से सामाजिक संगठनों में गहरी नाराजगी व्याप्त है. इसे लेकर विशाल भारत संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राजीव श्रीवास्तव की अध्यक्षता में सुभाष भवन में बैठक आयोजित की गई. बैठक में डॉ. राजीव श्रीवास्तव ने कहा कि अफसर बाबा शांति की वकालत करने वाले हैं. ज्ञानवापी पर जो इन्होंने कहा, वह सच है. इन पर हमला करने वालों के पीछे बड़ी लॉबी है. जो ऐसे अपराधियों को न सिर्फ छुड़ाती है बल्कि मामले को हल्का बनाने के लिए अफवाह उड़ाती है और पुलिस को भ्रमित करती है. अफसर बाबा पर हमला मुस्लिम कट्टरपंथियों का प्रयोग है. हमला करना और मामले को रफा दफा करना इनका तरीका है. पुलिस के उच्चाधिकारियों से जांच कराई जाए.
रिपोर्ट : विपिन सिंह