जवान बेटे की मौत के बाद पोस्टमार्टमकर्मी ने शव देने के बदले 50 हजार रुपया की मांग कर रहा था. अपने बेटे के शव के बदले दो हजार रुपया गरीब मां बाप देने को तैयार भी थे. लेकिन, पोस्टमार्टमकर्मी ने 50 हजार से कम पर शव देने को तैयार नहीं हुआ तो उसके मां- बाप बेटे के शव प्राप्त करने के लिए भिक्षाटन करना शुरु कर दिया. बेटे के शव प्राप्त करने के लिए उनका वीडियो तेजी से वायरल होने लगा. वीडियो वायरल होने पर समस्तीपुर के डीएम ने पूरे मामले की सिविल सर्जन को जांच का निर्देश दिया. आनन- फानन में सिविल सर्जन डॉ एसके चौधरी ने पूरे मामले की जांच कर पूरे मामले को निराधार बताया.
समस्तीपुर- जवान बेटे का पोस्टमार्टम के लिए माता पिता कर रहा है भिक्षाटन,पोस्टमार्टम कर्मी ने कहा 50 हज़ार लाओ और बेटे का शव ले जाओ. यहां जीना भी मुश्किल और मरना भी मुश्किल. pic.twitter.com/xcX0P05RLW
— Rajesh Kumar Ojha (@RajeshK_Ojha) June 8, 2022
दरअसल, 6 जून को समस्तीपुर के मुसरीघरारी थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक अज्ञात शव मिला था. उसकी पहचान नहीं होने की स्थिति में पुलिस पोस्टमार्टम कराने के बाद उसे 72 घंटे के लिए पोस्टमार्टम हाउस में ही सुरक्षित रख दिया गया था. एक दिन बाद शव की पहचान ताजपुर थाना क्षेत्र के कस्बे आहार वार्ड 2 के महेश ठाकुर के पुत्र संजीव ठाकुर के रूप में की गई. शव को खोजते हुए उसे परिजन पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंचे. जहां पोस्टमार्टमकर्मी ने परिजनों को पहले शव दिखाया फिर उसकी पहचान होने पर शव देने के बदले 50 हजार रुपए की मांग किया. पैसा नहीं देने पर पोस्टमार्टमकर्मी ने मां बाप को वहां से भगा दिया.
बेटा का शव प्राप्त करने के लिए उनके पास 50 हजार रुपया नहीं थे. इससे परेशान उसके माता- पिता भीख मांगकर पैसा एकत्रित करने लगे. वायरल वीडियो में इसे देखा जा सकता है. उनका भीख मांगते वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही जिला प्रशासन सक्रिय हो गया और पूरे मामले की जांच कर पूरे मामले का खंडन किया है.