Bareilly News: उत्तर प्रदेश के बरेली में उर्स-ए-ताजुशरिया मंगलवार को कुल शरीफ के साथ सम्पन्न हो गया. काजी-ए-हिंदुस्तान मुफ़्ती असजद रज़ा खां ने मुल्क के अमन और तरक्की को दुआएं की. उर्स में लाखों जायरीन शामिल हुए. उर्स में कांग्रेस की नेता प्रियंका गांधी की तरफ से और भाजपा समेत तमाम सियासी नेताओं की तरफ से चादरपोशी की गई. मगर इस बार सपा प्रमुख अखिलेश यादव की तरफ से चादर नहीं भेजी गई.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव की तरफ से चादर न भेजने को लेकर उलमाओं में काफी नाराजगी बताई जा रही है. हालांकि, उलमाओं के मंच से सपा एवं किसी भी दल के खिलाफ कुछ भी नहीं बोला गया है. सपा जिला संगठन के पदाधिकारियों ने दूरी बनाए रखी, लेकिन पूर्व मंत्री अताउर्रहमान और महानगर अध्यक्ष कुल शरीफ में शामिल हुए. मगर मुस्लिम समाज के 99 फीसद वोट सपा को जाने के बाद भी चादर न आने पर गुस्सा है, जबकि पूर्व के वर्षों में सपा की तरफ से चादरपोशी की गई.
उर्स-ए-ताजुशरिया सोमवार को परचम कुशाई जुलूस के साथ शुरू हुआ था. ताजुशरिया मुफ़्ती अख्तर रज़ा खां (अजहरी मियां) की दरगाह पर बड़ी संख्या में जायरीन ने चादरपोशी कर दुआएं मांगी. मंगलवार सुबह कुरान की तिलावत से उर्स हुआ.इसके बाद अस्र की नमाज के बाद उलमा की तकरीर हुई. उलमा ने दीन पर रोशनी डाली.मुसलमानों से नमाज कायम करने की बात कही. इसके साथ ही बच्चों को मोबाइल से दूर रहने की बात कहीं. दरगाह के सज्जादानशीन काजी-ए-हिंदुस्तान मुफ़्ती असजद रज़ा खां ने मुल्क के अमन को दुआएं कर दीन पर रोशनी डाली. मदरसा जमीयतुररज़ा के साथ ही दरगाह आला हजरत पर कुल की रश्म अदा की गई. अल्लामा जियाउल मुस्तफा ने कलाम पेश किया.
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उर्स प्रभारी एवं जमात रज़ा-ए-मुस्तफा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सलमान हसन खां (सलमान मियां) ने देश के साथ दुनियाभर से आएं जायरीन को लंगर खिलाया. इसके साथ ही उलमा और जायरीन को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराई. हाफिज इकराम खां, शमीम अहमद, डॉ. मेहंदी हसन ने उर्स में जिम्मेदारियों को संभाला.उर्स में पूर्व मंत्री एवं विधायक अताउर्रहमान,सपा के महानगर अध्यक्ष शमीम खां सुल्तानी समेत शहर की प्रमुख हस्तियों ने शिरकत की.
रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद