देवघर : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कल बाबा नगरी देवघर में थे. जहां उन्होंने रोजगार सृजन योजना के तहत लोगों के बीच ऋण का वितरण किया. उन्होंने 779 लाभुकों के बीच 4.58 करोड़ का ऋण वितरित किया. इस दौरान उन्होंने अफसरों को कड़ी चेतावनी दी है. उन्होंने कहा है कि अगर कोई बुजुर्गों को पेंशन नहीं देता है तो नौकरी पर नहीं रहेंगे. ये बातें उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही. इस दौरान उन्होंने देवघर एयरपोर्ट का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा यह इंटरनेशनल एयरपोर्ट है. जल्द ही इसका उद्घाटन होगा. यहां भारत ही नहीं, विदेशों से भी हवाई जहाज उतरेंगे. इससे आमदनी बढ़ेगी.
साथ ही उन्होंने कहा कि इस एयरपोर्ट का मालिक केंद्र सरकार है. लेकिन इसमें झारखंड के लोग मजदूरी करेंगे, क्योंकि 10 साल तक इसके रख-रखाव और सुरक्षा का जो भी खर्चा होगा, राज्य सरकार को वहन करना है. हम केंद्र सरकार से अनुरोध करते हैं कि झारखंड गरीब राज्य है. इस एयरपोर्ट के 10 साल तक के संचालन के खर्च का जो बोझ राज्य सरकार पर डाला जा रहा है, उसे कम किया जाये, ताकि बचे पैसे का इस्तेमाल गरीबों के कल्याण में हो सके.
मुख्यमंत्री ने कहा : काफी संघर्ष के बाद राज्य में झारखंडियों की सरकार बनी है. जब सरकार में आये, तो देखा खजाना पूरा खाली था. कोरोना से निबटने के बाद बहुत ही मुश्किल से राज्य को विकास की ओर ले जा रहे हैं. लेकिन विपक्षियों को ये बात खटकने लगी है. इसलिए संवैधानिक एजेंसियों को पीछे लगा रखा है. लेकिन कितना भी परेशान कर लें, सरकार अपना काम करती रहेगी.
20 सालों तक इन्हें गड़बड़ी नजर नहीं आयी. अब अपने ही किये पाप को संवैधानिक एजेंसियों से ढूंढ़वा रहे हैं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि 20 सालों में राज करने वालों ने राज्य को खोखला कर दिया है. अब बहुत मुश्किल से राज्य को पटरी पर लाये हैं. तो बहुतों को दर्द हो रहा है. बहुत ही मुश्किल से लड़कर, संघर्ष करके झारखंडियों की सरकार बनी है.
मुख्यमंत्री ने कहा : हमारा राज्य खनिज संपदा से भरा पड़ा है, फिर भी विकास क्यों नहीं कर रहा है. पता किया तो पता चला कि राज्य का एक लाख 36 हजार करोड़ बकाया केंद्र पर है. हमने पत्राचार किया तो अब बंद दरवाजा थोड़ा खुला है. सारे पैसे लेकर रहेंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा : कोरोना के कारण दो साल से श्रावणी मेला नहीं लगा था. लंबे अर्से बाद इस बार श्रावणी मेला लगेगा. बाबा बैद्यनाथ से प्रार्थना करेंगे कि इस बार अन्य वर्षों की अपेक्षा अधिक से अधिक लोग बाबा की पूजा करने यहां आयें. कोविड का संक्रमण अभी थमा नहीं है. कई बड़े शहरों व विदेशों में नये रूप में कोरोना फैल रहा है. इसलिए सभी को सावधानी बरतने की जरूरत है.
Posted By: Sameer Oraon