पटना. बिहार में एयरपोर्टों के विकास की गति बेहद धीमी है. राज्य में अभी तीन एयरपोर्ट कार्यरत हैं. गया और दरभंगा एयरपोर्टों पर सुविधा का घोर अभाव है, वहीं पटना एयरपोर्ट का नया टर्मिनल भी 2023 तक तैयार होगा. वैसे 6 महीने में कार्गो बिल्डिंग तैयार हो जाने का दावा किया जा रहा है. पटना स्थित जयप्रकाश इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर यात्री सुविधा भी बढ़ायी जा रही है. पटना एयरपोर्ट के निदेशक अंचल प्रकाश ने इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि पटना एयरपोर्ट के रनवे की लम्बाई बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है, जबकि न्यू टर्मिनल प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है. दिसम्बर 2023 तक इसके पूरे होने की उम्मीद है.
बिहार के उद्यमियों के साथ एक बैठक में एयरपोर्ट निदेशक ने कहा कि एयरक्राफ्ट में गंगा जल ले जाने के लिए पूर्व से निर्धारित वजन को बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पटना एयरपोर्ट को लगातार अत्याधुनिक बनाने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि यहां भी यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधा मुहैया करायी जा सके. दिव्यांग और बुजुर्ग नागरिकों के लिए अब एयरपोर्ट प्रवेश द्वार पर ही व्हीलचेयर की सुविधा उपलब्ध होगी.
जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निदेशक ने बताया कि पटना एयरपोर्ट पर नया कार्गो भवन 6 महीने में पूरा हो जायेगा. वैसे बिहार में दरभंगा एयरपोर्ट पर कार्गो सेवा प्रारम्भ हो गया है. वहां से आम, मखान और लीची भेजी जा रही है. एयरपोर्ट निदेशक ने कहा कि बिहार में कुछ नये एयरपोर्ट के निर्माण के जो कुछ मामले सामने आये हैं, उनमें क्लीयरेंस का हमलोगों को इंतजार है. क्लीयरेंस मिलने के बाद वहां से विमान सेवा शुरू करने के लिए जरूरी सुविधाओं के विकास का काम किया जायेगा.
इस मौके पर एयरलाइंस कंपनियों के अधिकारियों ने बताया कि देश के सभी एयरपोर्ट की भांति पटना एयरपोर्ट पर भी यात्रियों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है. यह बिहार के विकास का एक अच्छा संकेत है. उन्होंने कहा कि अन्य लोगों के तुलना में उद्यमियों को अधिक यात्रा करनी पड़ती है. ऐसे में उन्होंने एयरपोर्ट निदेशक से अनुरोध किया कि एयर यात्रियों की बढ़ती संख्या के अनुरूप बिहार के तमाम एयरपोर्टों पर यात्री सुविधाओं को और बेहतर बनाया जाना चाहिए.