जमुई के चकाई थाना क्षेत्र अंतर्गत रामचंद्रडीह पंचायत के पाटजोरी गांव निवासी कुसुम देवी (52 वर्ष) पति शंभू राय की मौत गुरुवार को सर्प दंश से हो गयी. जानकारी देते मृतका के पुत्र बबलू राय ने बताया कि उनकी मां कमरे मे अवस्थित पुआल से बने कोठी से चावल निकालने गयी. इसी दौरान उसे सांप ने डंस लिया, लेकिन वह सांप को नहीं देख पाई.
लगभग आधे घंटे के बाद जब महिला की तबीयत बिगड़ने लगी तो गांव वालों ने उक्त कमरे मे खोजबीन शुरू की. जब लोगों ने पुआल से बने कोठी को हटाया तो सभी के होश उड़ गये. कमरे में एक विशालकाय काला नाग फन फैलाए खड़ा था. सांप को देखने के बाद ग्रामीण तत्काल उसे अस्पताल के बजाय गांव में स्थित दुबे बाबा के मंदिर मे ले कर चले गये. जहां लगभग तीन घंटे के बाद साढ़े बारह बजे उसकी मौत हो गयी.
कुसुम की मौत के बाद एक बात इलाके में चर्चा का विषय है कि अगर समय रहते उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया जाता तो उसकी जान बच सकती थी, लेकिन उसे अस्पताल के बजाय दुबे बाबा का मंदिर ले जाया गया. जहां लगभग दो घंटे के बाद उसकी मौत हो गयी. हालांकि महिला की मौत के बावजूद भी चमत्कार की आशा में लोग घंटों वहां डंटे रहे, लेकिन कोई सुधार न होता देख मध्य रात्रि को ग्रामीण शव को लेकर घर लौट गये.
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ऐसा नहीं है कि चकाई रेफरल अस्पताल मे सर्पदंश के इलाज का इंजेक्शन नहीं है. इलाज की व्यवस्था होने के बाद भी लोग अस्पताल जाने के बजाय अंधविश्वास के चक्कर में पड़ अपनी जान गंवा बैठते हैं. वहीं इस संबंध मे रेफरल अस्पताल प्रभारी बीके राय ने बताया कि रेफरल अस्पताल मे सर्पदंश के इलाज के लिए एंटी स्नैक वेनम इंजेक्शन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है. ऐसे मे लोगों को अंधविश्वास से बचते हुए अस्पताल पहुंच इलाज कराना चाहिए. वहीं इस दौरान मंदिर के पास देर रात्रि तक सैकड़ों लोगों की भीड़ जुटी रही.
पाटजोरी गांव निवासी शंभू राय के घर में छह तारीख को बारात आने वाली थी. छह तारीख को उनकी बड़ी बेटी पूनम की शादी थी. शादी की तैयारी मे घर के सभी लोग जुटे हुए थे लेकिन ऊपर वाले को कुछ और ही मंजूर था. शंभू राय बेटी की शादी का निमंत्रण देने अपने रिश्तेदारों के घर गये थे. तभी उन्हें सूचना मिली कि उनकी पत्नी कुसुम देवी को जहरीले सांप ने डंस लिया है. इसके बाद वे तत्काल भागे-भागे अपने घर पहुंचे, लेकिन तबतक उनकी मौत हो चुकी थी.
कुसुम देवी के निधन के बाद घर में कोहराम मच गया. साथ ही पूरा गांव गम में डूब गया. जिसने भी इस घटना को सुना वे भागे-भागे मृतक के घर पहुंच गये. यही कारण है कि अंतिम संस्कार तक लोगों की भीड़ जुटी रही.
Posted By: Thakur Shaktilochan