श्रीनगर/पटना. जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में गुरुवार को प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी ने बैंक परिसर में बैंक मैनेजर विजय कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी. वह राजस्थान के रहने वाले थे. घाटी में एक मई से तीसरी बार किसी गैर-मुस्लिम सरकारी कर्मचारी की हत्या की गयी है. वहीं, पिछले एक महीने में टारगेट किलिंग का यह आठवां मामला है. लश्कर-ए-तैयबा के मुखौटा संगठन रेसिस्टेंस फ्रंट ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है. इधर, मैनेजर की हत्या के 12 घंटे के भीतर आतंकियों ने गुरुवार की देर रात बडगाम जिले में ईंट भट्ठे पर काम करने वाले मजदूरों को निशाना बनाया. इसमें बिहार के दिलखुश और पंजाब के गुरदासपुर निवासी गोरिया घायल हो गये.
खून से लथपथ दोनों को श्रीनगर स्थित अस्पताल ले जाया गया, लेकिन दिलखुश ने दम तोड़ दिया. गोरिया की हालत स्थिर बतायी जा रही है. घटना के बाद पूरे इलाके को सुरक्षाबलों और पुलिस के जवानों ने घेर लिया है. आतंकियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. कश्मीर में टारगेट किलिंग की घटना के बाद गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के बीच हाइलेवल मीटिंग हुई. मीटिंग में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह भी शामिल रहे. शाह ने शुक्रवार को भी बैठक बुलायी है, जिसमें कश्मीर के उप-राज्यपाल भी मौजूद रहेंगे.
बैंक मैनेजर विजय कुमार के पिता ओम प्रकाश बेनीवाल ने बेटे की मौत की खबर सुनने के बाद कहा कि उनका बेटा ईडीबी में मार्च 2019 में भर्ती हुआ और इसी साल फरवरी में उसकी शादी हुई थी. वह अगले महीने 10-15 दिन के लिए राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले स्थित अपने पैतृक गांव भगवान आने वाला था, लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था.
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परिवार इस घटना के बाद से गहरे सदमे में है. कुमार ने एक सप्ताह पहले ही कुलगाम शाखा में काम करना शुरू किया था. वह पहले केंद्र सरकार, जम्मू-कश्मीर प्रशासन और भारतीय स्टेट बैंक के सह-स्वामित्व वाले बैंक की कोकरनाग शाखा में कार्यरत थे. एसबीआइ ने बयान जारी कर कहा कि बैंक घाटी में तैनात कर्मियों सहित अपने सभी कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को लेकर प्रतिबद्ध है.