गोपालगंज. अब वह दिन दूर नहीं, जब गोपालगंज ग्रिड से सूबे के आधे जिलों को बिजली आपूर्ति की जा सकेगी. जी हां, यह कोई मनगढ़ंत बातें नहीं सच्चाई है. ग्रिड से मिली जानकारी के अनुसार मुजफ्फरपुर गोपालगंज संचरण लाइन के अलावा गोपालगंज रक्सौल 220 केवीए लाइन अब बनकर पूर्ण रूप से तैयार हो गया है. अब कंपनी 65 किलोमीटर संचरण लाइन का टेस्ट ट्रायल गुरुवार को करेगी. लाइन का टेस्ट ट्रायल अगर सफल होता है, तो गोपालगंज ग्रिड की क्षमता 400 मेगावाट से बढ़कर 14 सौ मेगावाट हो जायेगी.
ग्रिड के अधिकारियों की सुनें, तो टेस्ट ट्रायल सफल रहा, तो नयी लाइन से इसी माह में ग्रिड को नियमित बिजली आपूर्ति मिलनी शुरू हो जायेगी. उल्लेखनीय हो कि पहले ग्रिड को सिर्फ़ एक संचरण लाइन मुजफ्फरपुर-गोपालगंज से आपूर्ति होती थी. इस लाइन में कही गड़बड़ी होने पर जिले की आपूर्ति व्यवस्था चरमरा जाती थी. अब इसके अतिरिक्त रक्सौल-गोपालगंज संचरण लाइन का निर्माण कार्य पूर्ण हो जाने से बिजली आपूर्ति होने का सोर्स तो बढ़ेगा ही, साथ ही आपूर्ति को लेकर होने वाली समस्या भी दूर हो जायेगी.
दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना में बचे दो पावर सब स्टेशन से इसी माह बिजली आपूर्ति शुरू होगी. इन दोनों पावर सब स्टेशन का निर्माण कार्य पूरा कर टेस्ट ट्रायल भी ले लिया गया है. बिजली कंपनी के अधिकारियों ने बताया पहला पावर सब स्टेशन का निर्माण बरौली के चंदनटोला, नवादा तो दूसरे का निर्माण नगर थाने के बसडीला गांव में कराया गया है. हालांकि इन दोनों पावर सब स्टेशनों का निर्माण किसानों की खेती करने को लेकर बिजली देने को लेकर किया गया है , पर मौजूदा समय में किसानों के अलावा सामान्य उपभोक्ताओं को भी बिजली दी जायेगी.
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रक्सौल-गोपालगंज 220 केवीए संचरण लाइन से आपूर्ति शुरू होते ही बिजली की क्वालिटी भी पहले की अपेक्षा बदल जायेगी. ग्रिड के अधिकारियों ने बताया कि नयी लाइन से आपूर्ति शुरू होते ही ट्रिपिंग, लो वोल्टेज, पावर क्वालिटी के अलावा अन्य आपूर्ति समस्या जड़ से खत्म हो जायेगी. इसका सीधा लाभ जिले के चार लाख से अधिक बिजली उपभोक्ताओं के अलावा अन्य जिलों के बिजली उपभोक्ताओं को मिलनी शुरू हो जायेगी.
गोपालगंज-रक्सौल 220 केवीए लाइन बनकर तैयार है. गुरुवार को इस नयी संचरण लाइन का टेस्ट ट्रायल होना है. टेस्ट ट्रायल सफल रहा, तो इसी महीने ग्रिड को नयी लाइन से आपूर्ति मिलने लगेगी. नयी लाइन से आपूर्ति मिलने के बाद ग्रिड की क्षमता 400 से बढ़कर 1400 मेगावाट हो जायेगी. -विराज कुमार सिंह, कार्यपालक अभियंता, ग्रिड, गोपालगंज