रांची: झारखंड में मंगलवार को 7वीं से 10वीं जेपीएससी की संयुक्त परीक्षा का परिणाम जारी हो गया. इसमें बोकारो के कसमार प्रखंड की रहने वाली सावित्री टॉपर बन गयी. उनकी जेपीएससी की तैयारी करने की कहानी दिलचस्प है. वो पहले से आइआइटी, मुंबई में क्लाइमेंट चेंज डिपार्टमेंट की जॉब कर रही थी. सैलरी अच्छी थी तब भी उन्होंने प्रशासनिक सेवा में जाने की सोची और जेपीएससी की तैयारी शुरू कर दी.
इस बारे में उन्होंने प्रभात खबर से खास बातचीत में बताया कि मैंने आइआइटी मुंबई की नौकरी छोड़ कर सिविल सेवा में इसलिए जाने का मन बनाया, ताकि मैं जमीनी स्तर पर काम कर सकूं. सावित्री बोकारो जिले के कसमार प्रखंड स्थित दांतू गांव की रहनेवाली हैं. उन्होंने आइआइटी, मुंबई में क्लाइमेंट चेंज डिपार्टमेंट की नौकरी छोड़कर जेपीएससी की तैयारी की.
पिता राजेश्वर प्रसाद नायक गांव में वेल्डिंग की छोटी सी दुकान चलाते हैं और मां चिंता देवी गृहिणी हैं. तीन बहनों में सावित्री दूसरे नंबर पर हैं. बड़ी बहन गायत्री कुमारी कंप्यूटर इंजीनियर हैं. छोटी बहन सविता कुमारी मैकेनिकल इंजीनियरिंग डिप्लोमा के फाइनल में हैं.
सावित्री कहती हैं- मैंने करीब एक वर्ष तक खुद को घर में कैद कर लिया था. रोज करीब सात से आठ घंटे तक पढ़ाई की. सावित्री की प्रारंभिक शिक्षा गांव के मिडिल स्कूल में हुई. उसके बाद उनका चयन जवाहर नवोदय विद्यालय, तेनुघाट में हो गया. वर्ष 2010 में वहीं से उन्हें छात्रवृत्ति पर एशियन यूनिवर्सिटी ऑफ वीमेन, बांग्लादेश में जाकर स्नातक करने का मौका मिला. एनवायरनमेंट साइंस एंड मैथमेटिक्स में स्नातक के बाद उन्होंने एनवायरनमेंट चेंज एंड मैनेजमेंट की पढ़ाई 2016 में यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड में की.
Posted By: Sameer Oraon