पूर्णिया जिले के श्रीनगर प्रखंड में दूल्हे की तीसरी शादी की अफवाह पर 2 दिन तक बारात रुकी रही. मामला थाने तक दूसरे दिन पहुंच गया. जब सच्चाई सामने आयी तो दोनों पक्ष में मेल हो गया. थानाध्यक्ष कुंदन कुमार ने बताया बारात को बंधक बनाने की खबर बेबुनियाद थी. दोनों पक्ष अपनी-अपनी बात थाना के समक्ष रखा. दोनों पक्ष को समझाने का प्रयास किया गया. घर उजड़े नहीं दोनों पक्ष मान गए. शादी करने दोनों पक्ष के लोग चले गए. दोनों पक्ष लिखित आवेदन नहीं दिए. भागलपुर के थाना पीरपैंती से जगेली वार्ड 8 मंडल टोला में बरात आयी.
बरात के दूल्हा अमित कुमार पर आरोप था कि वह तीसरी शादी कर रहा है. इसके बाद वधूपक्ष ने शादी करने से इनकार कर दिया. 2 दिन तक बारात रुकी रही. दूसरे दिन मामला थाने तक पहुंच गया. तब दूल्हा ने ग्रामीण, जनप्रतिनिधि व थाना के समक्ष बताया कि मैं जिला आरा में काम करता था. वहां एक लड़की ने मुझ पर आरोप लगाकर जोर जबरदस्ती शादी रचा दी थी परंतु उसके लिए मैंने कागजात बनवा लिया है. दूल्हा से लिए गए कागजात से स्पष्ट हो गया पहली शादी हुई थी .
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पंचायत स्तर पर दोनों के दूल्हा दुल्हन नहीं रहने के पंचायत स्तर पर कागजात बने हुए पाए गए इसके बाद गांव वाले ने दोनों पक्ष को समझा-बुझाकर घर बसाने के उद्देश्य से पंचनामा बनवा कर दोनों पक्ष के हस्ताक्षर के बाद दूल्हा पक्ष और दुल्हन पक्ष दोनों शादी को तैयार हो गए . दूल्हा पक्ष और दुल्हन पक्ष की और से कहा गया कि अब वे लोग शादी को तैयार हैं. 2 दिन तक जो कुछ हुआ वह महज लोगों का अफवाह था. पंचनामा कागजात में दूल्हा पक्ष के परिवार वालों ने खुशी खुशी दुल्हन को गिफ्ट में कुछ भूमि देने को भी तैयार हैं, जिनको आगामी जुलाई महीने में तिथि निर्धारित की गई है.