पटना. एनएफएचएस- 5 का सर्वे बताता है कि बिहार के 48.8 प्रतिशत पुरुष और पांच प्रतिशत महिलाएं तंबाकू का सेवन करते हैं. ग्रामीण क्षेत्र के 50.7 प्रतिशत पुरुष और 5.3 प्रतिशत महिलाएं तंबाकू का सेवन करती हैं. तंबाकू का यह सेवन मुंह के कैंसर का सबसे बड़ा कारण है. राज्य के प्रसिद्ध कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ जेके सिंह कहते हैं कि बिहार में सभी तरह के कैंसर के करीब 85 हजार नये केस हर वर्ष आते हैं. एक अनुमान के मुताबिक हर वर्ष बिहार में तंबाकू के कारण 20 हजार से अधिक नये कैंसर के मरीज आते हैं. अगर तंबाकू का सेवन बंद हो जाये, तो हर वर्ष इतने मरीजों की संख्या कम हो सकती है.
तंबाकू हमारे जीवन के 13 साल कम कर रहा है. महज एक सिगरेट ही 14 मिनट उम्र घटा देता है. आंकड़ों के मुताबिक तंबाकू के कारण दुनिया भर में हर वर्ष 70 लाख से अधिक मौतें होती हैं. वैश्विक स्तर पर सिगरेट उत्पादन के लिए 60 करोड़ से अधिक पेड़ काटे जाते हैं और 2200 करोड़ लीटर से अधिक मात्रा में पानी खर्च होता है. इसके उत्पादन में ही 8.40 करोड़ टन की मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन होता है.
गैट सर्वे पर भरोसा करें तो बिहार में लड़कों की तुलना में लड़कियां तंबाकू का सेवन ज्यादा करती हैं. बिहार में 13 से 15 साल के आयु वर्ग के 6.6 प्रतिशत लड़के तंबाकू का सेवन करते हैं, जबकि लड़कियों के मामले में यह आंकड़ा आठ प्रतिशत है. बिहार में लड़कियों के बीच तंबाकू के बढ़ते सेवन पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने चिंता जाहिर की थी.
तंबाकू सेवन को लेकर गैट सर्वे की बात करें तो बिहार में 7.3 प्रतिशत लोग इसका सेवन करते हैं. यह 8.5 प्रतिशत के राष्ट्रीय औसत से कम है. देश में सर्वाधिक मिजोरम व अरुणाचल प्रदेश के 57.9 प्रतिशत लोग तंबाकू सेवन करते हैं. बिहार के पड़ोसी राज्यों की बात करें तो उत्तर प्रदेश की 22.9, पश्चिम बंगाल की 7.1 तथा झारखंड की 5.1 प्रतिशत आबादी तंबाकू का सेवन करती है.
बिहार ने तंबाकू से छुटकारे की उम्मीद नहीं छोड़ी है. ताजा आकड़े उम्मीद को कायम रखने में मददगार साबित हो रहे हैं. बिहार में तंबाकू सेवन का आंकड़ा घटकर राष्ट्रीय औसत से कम हो गया है. उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद की माने तंबाकू सेवन करने वालों का प्रतिशत 53.5 से घटकर 25.9 हो गया है. तंबाकू सेवन को लेकर हुए गैट सर्वे में भी कहा गया है कि राज्य में करीब 7.3 प्रतिशत लोग किसी न किसी रूप में तंबाकू का सेवन कर रहे हैं. सबसे गौर करनेवाली बात यह है कि बिहार में लड़कों से अधिक लड़कियां तंबाकू का सेवन कर रहीं हैं. इतना ही नहीं बिहार में प्रतिबंध के बावजूद तंबाकू से बने उत्पादों की बिक्री जारी है.