रांची. यूपीएससी की परीक्षा में इस बार झारखंड के 31 से अधिक विद्यार्थियों ने सफलता पायी है. इनमें अधिकांश सफल अभ्यर्थी इंजीनियरिंग बैकग्राउंड के हैं. रांची के कांके रोड की श्रुतिराज लक्ष्मी देशभर में 25वां रैंक लाकर झारखंड की आइएएस टॉपर बनी हैं. श्रुति ने 10वीं की पढ़ाई लोयला स्कूल, जमशेदपुर व 12वीं डीपीएस आरके पुरम, दिल्ली से की.
इसके बाद उन्होंने बीएचयू आइइटी से वर्ष 2019 में कंप्यूटर साइंस में पढ़ाई की. इनके पिता आनंद कुमार झारखंड हाइकोर्ट में अधिवक्ता हैं व मां प्रीति रांची सचिवालय में समाज कल्याण विभाग में कार्यरत हैं. देवघर के उत्सव आनंद ने 26वां रैंक लाकर झारखंड में दूसरा स्थान पाया है.
गिरिडीह के रवि कुमार ने 38वां रैंक लाकर झारखंड में तीसरा स्थान पाया है. गढ़वा स्थित हूर गांव की आइआइटी कानपुर से बीटेक की डिग्री हासिल करनेवाली नम्रता चौबे ने 73वां स्थान लाकर राज्य में चौथा तथा देवघर के ही आयुष वेंकट वत्स ने 74वां रैंक हासिल कर पांचवां स्थान हासिल किया है.
झारखंड के टॉपर रैंक जगह
श्रुतिराज लक्ष्मी 25 रांची
उत्सव आनंद 26 देवघर
रवि कुमार 38 गिरिडीह
यूपीएससी की परीक्षा में ऑल इंडिया 25 रैंक हासिल करनेवाली श्रुति राजलक्ष्मी कांके रोड में रहती हैं. मां प्रीति रानी लोहरदगा में जिला समाज कल्याण पदाधिकारी हैं. फिलहाल वह प्रतिनियुक्ति पर समाज कल्याण विभाग में पदस्थापित हैं. पिता आनंद कुमार झारखंड उच्च न्यायालय में अधिवक्ता हैं. श्रुति का यह दूसरा प्रयास था. पहले प्रयास में पीटी भी नहीं निकाल सकी थी.
इसके बाद उन्होंने बीएचयू आइइटी से वर्ष 2019 में कंप्यूटर साइंस में पढ़ाई की. इनके पिता आनंद कुमार झारखंड हाइकोर्ट में अधिवक्ता हैं व मां प्रीति रांची सचिवालय में समाज कल्याण विभाग में कार्यरत हैं. देवघर के उत्सव आनंद ने 26वां रैंक लाकर झारखंड में दूसरा स्थान पाया है.
गिरिडीह के रवि कुमार ने 38वां रैंक लाकर झारखंड में तीसरा स्थान पाया है. गढ़वा स्थित हूर गांव की आइआइटी कानपुर से बीटेक की डिग्री हासिल करनेवाली नम्रता चौबे ने 73वां स्थान लाकर राज्य में चौथा तथा देवघर के ही आयुष वेंकट वत्स ने 74वां रैंक हासिल कर पांचवां स्थान हासिल किया है.
Posted by: Sameer Oraon