पटना में साइबर बदमाशों ने इस बार मछुआ टोली स्थित कुमार आइसेंटर के नेत्र विशेषज्ञ डॉक्टर शरत कुमार को 1.64 लाख का चूना लगा दिया है. तीन बार में साइबर बदमाशों ने 50 हजार से अधिक की राशि निकाली और एटीएम कार्ड काे ब्लॉक करते-करते 1.64 लाख रुपये निकल गये. इस संबंध में डॉक्टर शरत कुमार ने कदमकुआं थाने में अज्ञात साइबर बदमाशों के खिलाफ में प्राथमिकी दर्ज करा दी है. डॉक्टर के एचडीएफसी के खाते से बदमाशों ने निकासी की.
जानकारी के अनुसार, सोमवार को डॉक्टर शरत कुमार दिनकर चौक से मछुआटोली आर्य कुमार रोड स्थित क्लिनिक की ओर जा रहे थे. इसी बीच उनके मोबाइल पर एक कॉल आया, जिसे उन्होंने रिसीव किया. कॉल करने वाले ने बताया कि वह दीपशिखा गैस एजेंसी से बोल रहा है और कहा कि आपको गैस सिलिंडर लेना है कि नहीं? डॉक्टर ने गैस सिलिंडर लेेने के लिए हामी भरी तो उसने कहा कि इसके लिए उन्हें केवाइसी करना होगा और उसने एक लिंक भेज कर उसमें दस रुपये भेजने को कहा.
इसके साथ ही यह बताया कि अगर वे दस रुपया भेज देते हैं तो उनकी केवाइसी हो जायेगी. इस पर डॉक्टर ने लिंक को क्लिक किया और उसमें दी गयी एटीएम कार्ड से संबंधित जानकारी को डाल दिया. यहां तक की उन्हाेंने दस रुपये की राशि देने के लिए सीवीवी नंबर तक डाल दिया. इतना होते ही एक मिनट के बाद उन्हें लगातार तीन मैसेज आये, जो उनके खाता से रकम निकासी के थे.
डॉक्टर ने मैसेज देखा तो उनके होश उड़ गये और ठगे जाने का अहसास हुआ और तुरंत बैंक पहुंचे. उन्होंने अपने खाता व एटीएम कार्ड को ब्लॉक कराया, लेकिन तब तक उनके खाते से 1.64 लाख रुपये की निकासी हो चुकी थी. डॉक्टर ने कहा कि बैंक को चाहिए कि अगर 50 हजार से अधिक रकम की निकासी हो रही है तो पहले ग्राहक को सूचित करें. अगर बैंक उन्हें सूचित करता तो उनके रुपये बच जाते.
डॉक्टर ने कहा कि पहले उन्होंने कोटक महिंद्रा के एटीएम कार्ड की जानकारी उसमें डाली थी, लेकिन जालसाज उसमें से रकम निकालते, उससे पहले ही बैंक द्वारा सूचना देने के बाद उक्त खाता को ब्लॉक कर दिया गया. जिसके कारण जालसाजों की योजना फेल हो गयी. उन्होंने कहा कि कोटक महिंद्रा बैंक से उन्हें बताया गया था कि उनके खाते से 20 हजार का ट्रांजेक्शन हो रहा है, उसे क्या आपने किया है. मेरे इन्कार करने पर खाता को ही ब्लॉक कर दिया.