Gorakhpur News: गोरखपुर में बीजेपी के दो पूर्व विधायकों को राज्य सभा की टिकट देकर बीजेपी ने 2022 विधानसभा चुनाव में उनके टिकट कटने की भरपाई की है. जैसे ही रविवार को दोनों पूर्व विधायकों को राज्यसभा का टिकट मिलने की खबर पहुंची गोरखपुर में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई. यह राजनीतिक सरगर्मी गोरखपुर के साथ-साथ अगल-बगल के कई जिलों में भी देखने को मिल रही है. बीजेपी के कार्यकर्ताओं और नेताओं सहित सभी की जुबान पर यह बात है कि डॉक्टर राधा मोहन दास अग्रवाल और संगीता यादव को रिटर्न गिफ्ट मिला है.
गोरखपुर में राधा मोहन दास अग्रवाल की सीट इस लिए बहुत खास थी क्योंकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 2022 चुनाव में खुद मैदान में गोरखपुर शहर सीट से उतरे थे और राधा मोहन दास अग्रवाल को यह सीट छोड़नी पड़ी थी. राधा मोहन दास अग्रवाल गोरखपुर शहर विधानसभा सीट से 20 साल तक लगातार विधायक रहे हैं. चौरी चौरा से संगीता यादव एक बार विधायक रही हैं .अबकी बार 2022 के विधानसभा चुनाव में योगी आदित्यनाथ को गोरखपुर शहर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने पर राधा मोहन दास अग्रवाल को अपनी सीट छोड़नी पड़ी थी. चौरी चौरा विधानसभा सीट से डॉक्टर संजय निषाद के पुत्र सरवन निषाद को टिकट मिला था. संगीता यादव को अपनी सीट छोड़ना पड़ा था लेकिन बीजेपी ने दोनों पूर्व विधायक को राज्यसभा भेजने के लिए टिकट देकर रिटर्न गिफ्ट दिया है.
सदर सीट से राधा मोहन दास अग्रवाल का टिकट कटने के बाद भी उन्होंने 2022 चुनाव में सीएम योगी के प्रचार में जुटे रहे थे. डॉक्टर राधा मोहन दास अग्रवाल को समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने भी सपा सीट से ऑफर किया था लेकिन उन्होंने इससे इनकार कर दिया था. 2022 चुनाव में राधा मोहन दास अग्रवाल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रचार के लिए डोर टू डोर कैंपेनिंग से लेकर मंच तक से प्रचार किया था. राधा मोहन दास अग्रवाल पेशे से बाल रोग विशेषज्ञ हैं. योगी आदित्यनाथ ने 2002 में डॉक्टर राधा मोहन दास अग्रवाल को विधायक बनाया था. उस समय तीन बार से सदर सीट से विधायक रहे शिव प्रताप शुक्ला को बीजेपी ने टिकट दिया था लेकिन गोरखपुर के तत्कालीन सांसद योगी आदित्यनाथ इसके खिलाफ थे. उसके बाद योगी ने राधा मोहन दास अग्रवाल को निर्दल चुनाव लड़ा दिया और इसका नतीजा ये हुआ कि राधा मोहन दास अग्रवाल ने शिव प्रताप शुक्ला को हराकर रिकॉर्ड जीत दर्ज की. उसके बाद से राधा मोहन दास अग्रवाल लगातार चार बार गोरखपुर शहर सीट से विधायक रहे हैं.
बीजेपी से चौरी चौरा विधानसभा सीट से पूर्व विधायक संगीता यादव को 2022 विधानसभा सीट में बीजेपी ने टिकट न देकर डॉक्टर संजय निषाद के पुत्र सरवन निषाद को मैदान में उतारा था और यह सीट निषाद पार्टी से समझौते में संजय निषाद के बेटे सरवन निषाद को मिला था. इसकी वजह से संगीता यादव को यह सीट छोड़ना पड़ा था और इस सीट से बीजेपी को जीत भी हासिल हुई है.
रिपोर्ट : कुमार प्रदीप