राज्यसभा चुनाव के लिए जदयू ने अपने उम्मीदवार के नाम का एलान कर दिया है. इस बार केंद्रीय मंत्री व पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह का टिकट जेडीयू ने काट लिया. जदयू की तरफ से खीरु महतो को उम्मीदवार बनाया गया है.
खीरु महतो झारखंड जदयू के अध्यक्ष हैं व विधायक रह चुके हैं. इस बार पार्टी ने उनपर भरोसा जताया है और राज्यसभा के लिए प्रत्याशी बनाया है. आरसीपी सिंह का टिकट कटा तो सियासी गरमी बढ़ी. इस बीच जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और संसदीय दल के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने इस मुद्दे पर खुलकर प्रतिक्रिया दी.
जदयू ने केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह को इस बार पार्टी की तरफ से राज्यसभा नहीं भेजने का फैसला लिया. जब आरसीपी सिंह का टिकट कटा तो पहली बार ऐसे मुद्दे पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह खुलकर बोले. ललन सिंह ने कहा कि जदयू ने आरसीपी सिंह को हर जगह सम्मानित किया. वो पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रहे. संगठन प्रभारी रहे,पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में उन्हें मुख्यमंत्री ने जिम्मेदारी दी. वो केंद्र सरकार में मंत्री भी रहे.
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आरसीपी सिंह के टिकट कटने को लेकर जदयू नेता उपेंद्र कुशवाहा ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि इसमें कोई विवाद नहीं है. जदयू में नीतीश कुमार के बाद अगर किसी को सबसे अधिक सम्मान मिला तो वो आरसीपी सिंह को मिला है. अब पार्टी संगठन का विस्तार करने के लिए आगे बढ़ रही है. इसलिये ये फैसला लिया गया.
ललन सिंह ने कहा कि अब पार्टी ने एक गरीब कार्यकर्ता को पार्टी के विस्तार के लिए टिकट दिया गया. खीरु महतो झारखंड के एक समर्पित कार्यकर्ता हैं. वो समता पार्टी के निर्माण के समय से पार्टी से जुड़े रहे हैं. अगर उन्हें सम्मान देने की बात हुई तो क्या दिक्कत है.
आरसीपी सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जो भी निर्णय लिया होगा वो बहुत सोचकर लिया होगा. वो मेरे हित में ही लिया गया होगा. संगठन को मजबूत करने के लिए ये फैसला लिया गया होगा. वहीं आरसीपी सिंह ने संगठन के लिए अपनी उपलब्धि भी गिनाई और कहा कि उन्होंने अपने प्रयास से पार्टी को बूथ स्तर पर मजबूत किया. वहीं उन्होंने साफ किया कि वो संगठन के लिए अब काम करेंगे.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan