Varanasi News: वाराणसी की जिला और फास्ट ट्रैक कोर्ट में ज्ञानवापी मामले की सुनवाई होने जा रही है. इस बीच विश्व हिंदू सेना के प्रमुख अरुण पाठक और वादी पक्ष राखी सिंह सहित पांच महिलाएं दाखिल मुकदमे में खुद को तृतीय पक्ष बनाने की मांग करेंगे. विश्व हिंदू सेना अदालत में इससे संबंधित याचिका दायर करेगी.
अरुण पाठक ने श्रृंगार गौरी मन्दिर में नित्य पूजा-पाठ शुरू कराने के लिए 1995 और 2017 में दो- दो बार रक्ताभिषेक किया है. काफी लंबे समय अरुण पाठक श्रृंगार गौरी मन्दिर के न्याय की लड़ाई लड़ रहे हैं. विश्व हिंदू सेना के प्रमुख अरुण पाठक ने बताया कि, अदालत से वह खुद को ज्ञानवापी प्रकरण में वादी या फिर राखी सिंह सहित पांच महिलाओं द्वारा दाखिल मुकदमे में तृतीय पक्ष बनाने की मांग करेंगे.
उन्होंने बताया कि, अपने संघर्ष के कारण उन्होंने शासन-प्रशासन से दुश्मनी भी मोल ली. सरकार चाहे किसी भी पार्टी की रही हो, लेकिन हमारा संघर्ष कभी नहीं रुका. ज्ञानवापी मस्जिद का मामला कई वर्षों से चल रहा है. बाबा और मां शृंगार गौरी के लिए हम कभी पीछे नहीं हटेंगे और न्याय मिलने तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा.
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अरुण पाठक ने कहा कि वह शिव सेना से लंबे समय तक जुड़े रहे. मां शृंगार गौरी का नित्य दर्शन-पूजन शुरू करवाने के लिए उन्होंने हर साल जुलूस निकाला और प्रदर्शन किया. यहां तक कि शिवसेना और कांग्रेस का गठबंधन होते ही हमने पार्टी से त्यागपत्र दे दिया. कारण कि, पार्टी का फैसला हमारे स्वाभिमान के खिलाफ था. इसके बाद हमने अपना खुद का संगठन बनाकर मां शृंगार गौरी के लिए अपना संघर्ष जारी रखा.
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रिपोर्ट- विपिन सिंह